Antarvasna-Kamukta

पति को उत्तेजित किया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रीमा है और में चंडीगढ़ से हूँ, में शादीशुदा हूँ. मेरी उम्र 24 साल है और मुझे मेरे पति को कामुक करना बहुत अच्छा लगता है, इसलिए अक्सर में कुछ ऐसी चीज़ें करती हूँ कि वो बस मुझे देखकर इतने ज़्यादा कामुक हो जायें कि बस मुझे टच करते ही उनका खड़ा हो जाये. वैसे मेरे पति का लंड 7 इंच का है और काफ़ी मोटा है, जिसकी वजह से मुझे बहुत अंदर लेने में बहुत दर्द भी होता है.

एक दिन जब हम मूवी देखने गये तो उसमें हिरोइन ने सफ़ेद कलर की साड़ी पहनी थी और वो पानी से पूरी भीग गयी थी. तो इनके मुँह से आहह निकल गया और में बस जलकर खाख हो गयी. वैसे में बहुत सेक्सी हूँ. मेरे पति मुझे एक मिनट के लिए भी छोड़ नहीं सकते. अगर में सामने हूँ तो बस मुझे चाटते ही रहेंगे और हमेशा बोलते है कि मेरे नंगे शरीर को देखकर कि ओह माई गॉड कोई इतना सेक्सी कैसे हो सकता है, वो मेरी बॉडी वो घंटो तक मुझे नंगा करके देखते ही रहते है.

तो अब में आपका समय ख़राब ना करते हुए सीधी स्टोरी पर आती हूँ. जब में उस हिरोइन से जल रही थी तो मैंने भी मन में ठान लिया कि अगर इस आहह को, आआआहह में ना बदला तो मेरा नाम भी रीमा नहीं. फिर हम घर वापस आये, रात काफ़ी हो चुकी थी तो हमने खाना खाया, फिर हम सोने के लिए बेडरूम में चले गए. फिर हमने कपड़े चेंज किए और सोने की तैयारी करने लगे, उस दिन मैंने जानबूझ कर सफ़ेद कलर की पारदर्शी नाइटी पहनी थी और अंदर लाल कलर की ब्रा पेंटी जो मुझे साफ नज़र आ रही थी. फिर मैंने पूरी नाइटी गीली कर ली ताकि नाइटी मेरे बदन से पूरी चिपक जायें और उससे पानी की बूंदे टपक रही थी.

में जब बाथरूम से बाहर आई तो मेरे पति मुझे देखते ही रह गये और उनका मुँह खुला का खुला रह गया और बोले “ओह फुक मी हाउ सेक्सी यू आर लुकिंग” और उन्होंने मेरी खूब तारीफ की तो में मुस्कुराई और वापस बाथरूम में जाने लगी और वो मुझे पकड़ने के लिए मेरे पीछे भागे, मैंने अंदर से बाथरूम लॉक कर लिया तो वो बाहर से चिल्लाते रहे कि रीमा प्लीज दरवाजा खोलो, प्लीज मेरे सामने आ जाओ वरना में पागल हो जाऊंगा.

मैंने दरवाजा खोल दिया और बाहर आई तो उनकी आँखें मानो बाहर ही आ गयी थी, क्योंकि इस बार मैंने सिर्फ़ नाइटी पहनी थी अंदर ब्रा और पेंटी कुछ भी नहीं था और नाइटी गीली और पारदर्शी थी तो अब अंदर से मेरे बूब्स के निप्पल साफ नज़र आ रहे थे. दोनों खड़े हुए थे और आगे-पीछे से नाइटी मुझसे एकदम चिपकी हुई थी. मेरे पति तो जैसे देखते ही पागल हो गये थे, उन्होंने मेरे दोनों हाथ दीवार से लगाये और मुझे कसकर पकड़ लिया और मेरे होठों को बुरी तरह चूसने लगे.

मुझे तो ऐसा लगा कि आज तो वो मुझे खा ही जायेंगे और मेरे सीने को अपने सीने से लगाकर महसूस करने लगे और मुझे बस बेड पर ज़ोर से पटक दिया, वो इस हद तक उत्तेजित हो चुके थे कि मेरी नाइटी भी ऊतार नहीं पा रहे थे, इसलिए उन्होंने मेरी नाइटी फाड़ डाली और मुझे घूर-घूर कर देखने लगे, मानो कोई शेर अपने शिकार को देख रहा हो. में नीचे और वो मेरे ऊपर थे.

अब मैंने एक ज़ोर का धक्का मारा और उनको अपने नीचे कर दिया और उनके ऊपर बैठ गयी और उन्हें जानवरों की तरह किस करने लगी और धीरे-धीरे उनके कपड़े उतारने लगी. फिर नीचे आकर मैंने उनका लंड अपने मुँह में ले लिया. मैंने पहले तो सिर्फ़ टोपी पर ज़ुबान फेरी और फिर उसकी दरार में अपनी जुबान अंदर डाल दी और अंदर बाहर करने लगी, फिर उनकी दोनों बॉल्स को मुँह में बारी-बारी चूसने लगी. वो इतने ज़्यादा उत्तेजित हो चुके थे कि वो अपने हाथ बढ़ाकर बार-बार मेरे बूब्स को पकड़कर उसे मसलने की कोशिश कर रहे थे और मेरे निपल्स को दबाने की कोशिश कर रहे थे ताकि मुझे दर्द हो और में चीखूँ, लेकिन में बिल्कुल ऐसा ही कर रही थी और साथ में बॉल्स चाटते हुए में उनका लंड भी चूस रही थी.

मैंने उनका लंड पूरा मुँह के अंदर ले लिया और ज़ोर से मुँह अंदर बाहर करके हिलाने लगी मेरे मुँह के गर्म थूक से जैसे, वो पिघलते ही जा रहे हो. फिर 15-20 मिनट तक जब में नहीं रुकी तो उन्होंने मुझे उठाकर अपने नीचे कर लिया और मुझे किस करने लगे और दोनों हाथों से मेरे बूब्स निचोड़ते रहे. फिर मेरे बूब्स पीने लगे, मुझे ऐसा लगा कि जैसे वो मेरे निपल्स को पूरा खा ही जायेंगे, कभी अपनी उंगलियों से मसलते तो कभी जुबान से सहलाते और चूस-चूस कर मेरे बूब्स को पूरा लाल कर दिया.

मेरे दोनों बूब्स बुरी तरह लाल हो चुके थे, क्योंकि उन्होंने इतना ज़्यादा चूसा था कि ऐसा लगा की बूब्स बाहर ही निकल आयेगें, लेकिन मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. में खूब इन्जॉय कर रही थी. अब वो मेरी चूत के पास नीचे गये जो पहले ही बहुत गीली हो चुकी थी. अब मेरी चूत को और भी मज़ा आने वाला था. फिर मेरे पति ने शेर की तरह उस पर वार किया और मेरी चूत को चाटने लगे और चूत के दोनों होठों को चाट-चाट कर अलग कर दिया.

फिर छेद पर जुबान लगाई और पूरी की पूरी जुबान अंदर डाल दी जिससे मेरी, आआआआअहह निकल गयी, फिर एक उंगली अंदर घुसेड़ दी और मेरे ऊपर आकर मेरे बूब्स चूसने लगे और मुझसे बोले अब रहा नहीं जा रहा है रीमा, अब में डाल रहा हूँ तुम दोनों टांगे ऊपर कर लो. फिर मैंने अपनी टांगे उठाकर उनके कंधो पर रख दी, उन्होंने मेरी चूत को फाड़कर छेद देखा और दोनों हाथों से चूत को फैला दिया और अपना घोड़े जैसा लंड एक बार में ही अंदर घुसेड़ दिया.

में दर्द के मारे चीख पड़ी तो उन्होंने अपना हाथ मेरे मुँह में डाल दिया तो दर्द होने की वजह से मैंने उनके हाथ पर जोर से काटा, लेकिन वो अब रुकने वाले नहीं थे, अब तो शेर को शिकार मिल चुका था. अब तो वो उसे खाकर ही मानेगें और पूरे रूम में फच- फच की आवाज़ें गूंज रही थी और वो तो बस मेरी चूत मारे ही जा रहे थे. फिर आधे घंटे तक मेरी चुदाई करने के बाद वो झड़ गयें और हम दोनों ही थककर चिपक कर सो गये और हमने उस रात बहुत चुदाई की और खूब मजा लिया.