antarvsna Kamukta hindi sex indian sex chudai मनोज फ्रॉम हैदराबाद. मैं एक स्मार्ट स्लिम और सेक्सी लड़का हु और मेरा लंड ७.५ इंच है, जो किसी को भी सेटइसफाई कर सकता है. ये मेरी पहली कहानी है, जो मेरे और मेरी मामी के बीच की है. मैंने यहाँ पर बहुत सी कहानी पड़ी है. और मेरा भी मन किया, यहाँ पर अपनी कहानी को पोस्ट करने का. इसलिए मैं यहाँ पर अपनी कहानी को पोस्ट कर रहा हु. मैं आपको ज्यादा बोर नहीं करूँगा और अब मैं सीधे अपनी स्टोरी पर आता हु.
मेरी मामी का नाम सुषमा है. यहाँ मैंने उनका नाम चेंज कर दिया है. वो एक हाउसवाइफ है. उनका फिगर २८ – ३२ – ३० है और वो किसी का भी लंड खड़ा कर सकती है. बात १ साल पहले की है. उस दिन शिवरात्रि थी, जब में सुबह मामा के घर गया था. मामी घर पर अकेली थी. मेरे मामा फुल दारू पीते है. मैंने वहां पर ब्रेकफास्ट किया और फिर मामी आकर मेरे पास सोफे पर बैठ गयी और मुझ से बातें करने लगी. बातो ही बातो में उन्होंने मुझसे पूछा, कि मेरी कितनी गर्लफ्रेंड है? मैंने कहा – कोई नहीं है.
मामी – ऐसा थोड़ी होता है.
मैं – नहीं है एक भी अभी. पहले थी, अब ब्रेकअप हो गया. आप तो शादीशुदा हो. आपको बॉयफ्रेंड की क्या टेंशन…
मामी – नहीं रे… शादीशुदा को भी रहता है…
मैं – तो ठीक है. आप मेरी गर्लफ्रेंड बन जायो और मैं आपका बॉयफ्रेंड..
मामी – गर्लफ्रेंड को ऐसे प्रोपोज करते है क्या?
मैं – ठीक है. अगली बार पूरी तैयारी के साथ आऊंगा.
मामी – ठीक है. लेकिन तेरे मामा को मत बोलना.
मैं – अरे मेरी डार्लिंग.. मामा को छोड़ो… अब तो तुम मेरे हाथ में हो… मामा की चिंता छोड़ो.
मामी – हाँ, पर किसी को पता नहीं चलना चाहिए. नहीं तो परिवार में इज्ज़त चली जायेगी.
मैं – हाँ मामी. आई लव यू.
मामी – आई लव यू टू.
फिर शाम तक ऐसे ही बातें करते रहे और शाम में, मैं घर चले गया. अगले दिन फिर से एक गुलाब का फूल लेकर गया. मामी को प्रोपोज किया और फिर मैंने मामी के लिप पर लिपलॉक किस किया. मेरा बहुत पुराना सपना पूरा हो रहा था उस दिन. मैंने १० मिनट तक लिपलॉक किया और फिर मैं घर आ गया. कुछ दिन ये ही सिलसिला चलता रहा. मैंने उसको लिपलॉक किस करता और उनके बूब्स को ऊपर – ऊपर से दबाता और चूसता. कुछ दिन बाद, मामा काम के सिलसिले में राजस्थान गया. मामी ने घर पर फ़ोन किया और मैं मामी के पास आ गया.
मामी ने आ जा मेरी जान कहते हुए मुझे कग किया और हम दोनों बेडरूम में चले गये. मामी ने साड़ी पहनी थी. फिर मैंने रूम बंद कर दिया और १५ – २० मिनट तक लिप लॉक किया. वह्ह्ह… क्या मस्त लिप्स थे. फिर मैंने गले पर, कान पर किस किया और चूसा. मामी ने फिर अपना ब्लाउज उतार दिया और मामी अब मेरे सामने सिर्फ ब्लैक ब्रा में थी. मैंने ब्रा के ऊपर से ही मामी के एकदम गोरे बूब्स को दबाया और उन पर टूट पड़ा. मैंने उनको दबा रहा था और फिर ब्रा को फाड़ कर एक साइड में फेंक दिया. अब मैंने मामी के बूब्स को पकड़ा और बारी – बारी से दोनों बूब्स को चुसना शुरू कर दिया और बड़े ही मज़े से चूस रहा था. मामी सिस्कारियो से साथ मेरा फुल सपोर्ट कर रही थी.
मामी – चुसो मेरी जान. खा जाओ इन बूब्स को.
फिर मामी ने अपना हाथ मेरे लंड पर रखा और मेरा मुठ मारने लगी.
मैं – चुसो ना मेरी जान. ये तुम्हारा ही है.
मामी – मुझे अच्छा नहीं लगता.
मैं – प्लीज जान. चुसो ना..
फिर मामी ने मेरे लंड को चुसना शुरू कर दिया और मेरा माल मामी के मुह में ही निकल गया. मामी ने मेरा सारा माल पी लिया और मेरे ऊपर लेट गयी. हम फिर से किस करने लगे और ब्लैक पेंटी मैंने निकाल दी और फिर उनकी चूत में उंगलिया डालने लगा. मामी अहहाह अहहाह अहहहः अहहाह करके सिसकिया मार रही थी. वो बोल रही थी – मर गयी साले… फाड़ दे ये चूत… बना दे इसका भोस्ड़ा… अहहाह अहः अहहहः. मारा फिर से खड़ा हो गया और मैंने मामी के हाथ में पकड़ा दिया. मामी ने कहा – डाल दे इसको अब राजा. और नहीं रुका जा रहा. मैंने मामी की टाँगे फैलायी और पहली बार मामी की चूत को देखा. वो एकदम गुलाबी मस्त थी. मैंने अपनी जीभ मामी की चूत पर रख दी और उनकी चूत पर काट भी दिया. वो चिल्लाने लगी और जोर – जोर सिस्कारिया भरने लगी. उनका पूरा बेडरूम उनकी सिस्कारियो से भर गया था. अब मामी की आँखों से पानी आने लगा था और वो बोली – अब मत तड़पा मुझे.. चोद दे इस चूत को. बना दे इसका भोस्ड़ा… फिर मैंने मामी की चूत पर निशाना बना कर चूत को चोदना शुरू किया. मामी सिस्कारियो के साथ पूरा साथ दे रही थी.
फिर मामी मेरे ऊपर खुद पर बैठ कर अपनी गांड को उछाल – उछाल कर मेरे से चुदती रही. मैं २० – २५ मिनट के बाद झड़ने वाला था. तो मामी ने कहा – चूत में ही छोड़ दे. मैं टेबलेट ले लुंगी. मैने अपना माल उसकी चूत में ही छोड़ दिया और मामी के साथ नंगे ही सो गया. इस बीच में मामी २ बार झड चुकित ही. फिर हमने बाथ किया साथ में बाथटब में. एक दुसरे को बाथ करवाया और बीच – बीच में, मैं उसको किस करता रहा, कभी चूत में ऊँगली करता. कभी बूब्स को दबा देता, कभी चूसता और चाटता. कभी लिपलॉक करता. फिर हम बाथ करके सो गये. फिर हम कुछ देर बाद उठे और मैंने मामी के बूब्स को चुसना शुरू कर दिया और मैंने फिर अपने लंड का निशाना बनाया. लेकिन इस बार मैंने लंड को मामी की चूत की बजाय उनकी गांड पर रखा. मैंने ३० मिनट तक उनको लिपलॉक किया और उनके बूब्स को दबाया और फिर एक हाथ गांड के छेद में डाला.
मामी – नहीं जान, दर्द होगा.
मैं – धीरे से करूँगा ना जान.
मामी – नहीं. प्लीज और रोने लगी.
मैंने मामी को कहा – मेरे पर भरोसा रखो और वो फ़ौरन उलटी हो गयी. मैंने गांड में मुह डाल कर चाटा और वो रोते – रोते सिस्कारिया ले रही थी. फिर मैंने धीरे से अपना लंड उसकी गांड के छेद पर रखा और धक्का मारा. मामी चीख उठी और रोने लगी. उसकी गांड वाकिये में टाइट थी. फिर ५ मिनट तक किस किया और फिर धक्का मारना शुरू कर दिया. तक़रीबन १५ – २० मिनट के तक मैंने जोरदार धक्को के साथ उनकी गांड की ठुकाई की और फिर लंड को बाहर निकाल लिया. फिर मैंने लंड को उनके बूब्स के बीच में घुसा दिया और उनके बूब्स को चोदा. फिर थोड़ी देर रुकने के बाद, लंड को चूत में उतारा और धक्के मारना शुरू किया. १८ – २० धक्को के बाद, मेरा लंड शांत हो गया और मामी को आई लव यू कहा और हम दोनों सो गए. मामा के आने से पहले मैंने मामी को ३०-३५ चोदा.
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