हैल्लो दोस्तों, ये मेरी पहली कहानी है, ये बात उस समय की है जब में 19 साल का था। मेरी बड़ी बहन जिसका नाम संगीता है और वो 22 साल की थी। हमारा घर मिड्ल क्लास था, जिसमें दो कमरे थे। हमारे घर में हम 6 लोग थे पापा, मम्मी, फिर बड़ी बहन जिसकी शादी हो गयी थी, फिर संगीता और फिर में। में अकेला भाई होने के कारण सबका लाड़ला था। अब दीदी की शादी के बाद मम्मी पापा एक रूम में और में और संगीता दूसरे रूम में सोते थे। मेरी बहन का फिगर 34-26-34 है और वो बड़ी सेक्सी थी। में उसको सोचकर मुठ मारा करता था और उसको चोदना चाहता था। में कभी-कभी किसी बहाने से कभी उसकी चूची छूता तो कभी उसकी गांड में अपना हाथ फैरता था।
एक बार मम्मी और पापा मामा की लड़की की शादी में गये हुए थे। अब घर पर में और संगीता अकेले थे, मुझे मौका मिल गया था तो मैंने संगीता को चोदने का प्लान बनाया। फिर मैंने कहा कि संगीता मेरे सिर में बहुत दर्द हो रहा है तो वो मेरा सिर दबाने लगी। जब रात का समय था और अब सोते हुए वो मेरे बेड पर आ गयी और अपनी गोद में मेरा सिर रखकर दबाने लगी। अब मेरा सिर दबाते हुए मेरा मुँह उसकी चूचीयों के पास आ गया था और अब मैंने अपना मुँह आगे करके अपना लिप्स उसके बूब्स से सटा दिया था। फिर थोड़ी देर के बाद वो बोली कि तू सोने की कोशिश कर में लाईट ऑफ करती हूँ, में तेरा सिर दबाती हूँ और तुम सोने की कोशिश करो और ये कहकर लाइट ऑफ करके मेरे पास आकर बराबर में लेट गई और बोली कि में सिर दबाती हूँ, तुम सो जाओ, जब तुम सो जाओगे तो में अपने बेड पर चली जाऊंगी।
फिर में सोने का नाटक करके लेट गया और उसकी साईड करवट ले ली। अब संगीता अपनी कोहनी पर लेटकर मेरा सिर दबाने लगी थी। अब मेरा मुँह उसकी तरफ़ होने के कारण उसके बूब्स मेरे मुँह पर टच कर रहे थे। फिर में थोड़ी देर में सोने का नाटक करने लगा, तो वो भी वहीं लेट गयी और सो गयी। अब में तो उसके सोने का इंतजार कर रहा था। फिर मैंने उसको पीछे से अपनी बाहों में भर लिया और अब मेरा लंड उसकी गांड पर टकरा रहा था। फिर मैंने धीरे से अपने लंड को उसकी गांड की दरार में फिट किया और कसकर भींच लिया और अपना हाथ आगे ले जाकर उसके बूब्स दबाने लगा। फिर मैंने उसका मुँह अपनी तरफ धीरे से कर लिया और उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और अपना पज़ामा खोलकर अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसके हाथ में धीरे से अपना लंड पकड़ा दिया।
फिर वो जाग गयी और बोली कि ये क्या कर रहे हो? आईईईईई में तेरी दीदी हूँ और ये कहकर उसने लाईट चालू कर दी तो उसने देखा कि मेरा लंड उसके हाथ में था। फिर वो बोली कि ये क्या कर रहा है? तो में बोला कि दीदी में तुमसे प्यार करता हूँ, प्लीज एक बार मुझे सेक्स करने दो प्लीज। अब मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था। अब मेरे लंड को देखकर वो भी गर्म हो गयी और बोली कि ठीक है, लेकिन में चुदाई नही कराऊंगी। फिर में उसको चूमने लगा और बोला कि ओके, दीदी में आपको नंगी देखना चाहता हूँ और ये कहकर मैंने उसका गाउन उतार दिया और उसको नंगा देखकर मेरा लंड और टाईट हो गया। उसकी चूत पर बाल नहीं थे और उसके बूब्स बहुत मस्त थे। फिर मैंने आगे बढ़कर उसको अपनी बाँहों में भर लिया और अब हम दोनों भाई बहन एक दूसरे से लिपट गये थे और चूमने चाटने लगे थे। अब मैंने संगीता को अपना लंड पकड़ा दिया तो वो धीरे धीरे से उसको सहलाने लग गई। फिर मैंने कहा कि दीदी प्लीज मेरा लंड चूसो, तो उसने मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया। अब हम 69 की पोजिशन में आ गये थे और अब में उसकी चूत चाट रहा था और वो मेरा लंड चूस रही थी। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
फिर मैंने अपनी जीभ उसकी चूत में घुसा दी तो वो ज़ोर से कराह उठी और मेरे मुँह पर धक्के मारने लगी और उहह आहह औउहह करने लगी। फिर मैंने मौका देखकर कहा कि दीदी प्लीज आज लंड अंदर डालने दो। तो वो बोली कि मेरे राजा देर मत कर, चल मुझे जल्दी से चोद दे, अपनी बहन को रंडी की तरह चोद और ये कहकर लेट गयी और अपनी टांगे उठाकर अपनी चूत को फैला दिया और बोली कि चल साले बहनचोद अपनी बहन की चूत चोद, फाड़ दे मेरी चूत को। फिर मैंने आगे उसकी टांगो के बीच में आकर अपने लंड को उसकी चूत पर रखा तो वो बोली कि प्लीज भैया अब सहन नहीं हो रहा है, प्लीज मुझे चोदो, ज़ोर से चोदो, फाड़ दो अपनी बहन की चूत, में तेरी रंडी हूँ चोद मुझे।
फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत में घुसाना शुरू कर दिया और उसकी चूत टाईट होने के कारण मैंने ज़ोर से एक झटका मारा तो वो दर्द से चीख पड़ी और बोली कि साले बहनचोद मेरी चूत फाड़ दी, अब उसकी चूत से खून निकलने लगा था। फिर में बोला कि दीदी थोड़ा सहन करो, अब मज़ा आएगा। फिर थोड़ी देर के बाद उसका दर्द शांत हो गया और मैंने फिर से धक्के मारने शुरू कर दिए। अब संगीता को भी मज़ा आने लगा था और अब वो भी अपनी गांड उछालने लगी थी और ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी आहहहह आहह हाईईईईईई, जोर से चोदो मुझे, फाड़ दे मेरी चूत, मेरे प्यारे भाई जोर से चोद अपनी बहन को, बड़ा मोटा लंड है, फाड़ दे अपने मोटे लंड से अपनी बहन की चूत, फाड़ दे साले, चोद मुझे, ज़ोर से चोद। अब में जोर-जोर से धक्के मार रहा था और वो नीचे से अपनी गांड उछाल रही थी। फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसके मुँह में अपना वीर्य झाड़ दिया और वो मेरा सारा वीर्य पी गयी।
फिर थोड़ी देर के बाद मैंने कहा कि संगीता अब मुझे तेरी गांड मारनी है तो वो बोली कि मेरे राजा में तो तेरी गुलाम हूँ, जो करना चाहो करो। फिर मैंने उसकी गांड मारी और अब हम दोनों पति पत्नी की तरह रहते है और रात को रोजाना चुदाई करते है ।।
धन्यवाद …