Antarvasna-Kamukta

सेक्सी सुशीला भाभी की रसीली जवानी

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम Antarvasna अर्जुन है और में रोहतक हरियाणा का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 24 साल है। मेरी चोदन डॉट कॉम पर यह पहली कहानी है और आज में आपको एक ऐसी सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ जिसे पढ़ने के बाद आप सभी सेक्स के लिए तड़पोगे। ये कहानी मेरी भाभी सुशीला के साथ की है, ये बात उस समय की है जब में बी.ए फाइनल ईयर में था। में हमेशा अपने दोस्तों के साथ घूमता रहता था और पापा हमेशा मुझे डांटते रहते थे। मेरी भाभी सुशीला मुझसे बहुत प्यार करती थी और हमेशा मुझे पापा से बचाती थी। में भी उनकी बहुत इज़्ज़त करता था और वो उस टाईम एम.फिल (इंग्लिश) कर रही थी और मेरा बड़ा भाई एयर फोर्स में था और 4-5 महीने में 15-20 दिन के लिए ही घर आता था। फिर ऐसे ही एक दिन पापा मुझे डांट रहे थे कि भाभी बीच में आई और पापा से बोली कि आप टेन्शन मत लो, में इसे समझा दूँगी और वो मुझे अपने साथ अपने रूम में ले गयी और मुझसे पूछने लगी कि में क्यों ठीक से नहीं पढ़ता? क्या कोई लड़की का चक्कर है? तो मैंने कहा कि नहीं भाभी ऐसी कोई बात नहीं है। तो भाभी बोली कि ठीक है आज से तू मेरे साथ बैठकर रात में पढ़ेगा। फिर मैंने कहा कि नहीं भाभी में अपने रूम में ही पढ़ लूँगा। तो इस पर भाभी बोली कि क्या मेरा प्यारा देवर अर्जुन मेरी इतनी बात भी नहीं मानेगा?

फिर उन्होंने कहा कि में तेरे साथ गप्पे भी मारूँगी, लेकिन पढ़ाई के बाद, तो इस पर मैंने हाँ कह दी। फिर भाभी खाना बनाने लगी और खाने के बाद अपना काम ख़त्म करके भाभी मुझे बुलाने मेरे रूम में आई, तो में उनके साथ उनके रूम में चला गया। अब उनके रूम की लाईट ऑफ थी, तो भाभी बोली कि में लाईट ऑन कर देती हूँ। फिर भाभी लाईट ऑन करने जैसे ही आगे गयी तो उनकी चीख निकल गयी क्योंकि उनका पैर उनके बेड से टकरा गया था और उनके घुटने में चोट आ गयी थी। फिर मैंने लाईट ऑन करके देखा, तो भाभी वहीं बेड पर बैठी अपने घुटने को रगड़ रही थी। फिर मैंने पूछा कि भाभी क्या हुआ? तो भाभी बोली कि कुछ नहीं हल्का सा दर्द है कल तक ठीक हो जाएगा, तुम बैठकर पढ़ो में अभी आती हूँ कहकर वो बाथरूम में चली गयी। फिर थोड़ी देर के बाद मैंने देखा कि भाभी लाल कलर की नाइटी पहने हुए बाथरूम से बाहर निकली। मैंने आज पहली बार उनको नाइटी में देखा था, अब उन्हें देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया था, क्योंकि आख़िर में भी एक जवान लड़का था और भाभी की उम्र भी 26 साल थी और उनका मस्त फिगर 36-25-36 था। फिर मैंने मुश्किल से अपने लंड को अपनी बुक से छुपाया, लेकिन शायद उन्होंने देख लिया कि मेरा लंड खड़ा है। फिर वो मुझे देखकर स्माइल करती हुई बोली कि अर्जुन क्या हुआ? तो मैंने कहा कि कुछ नहीं भाभी।

फिर भाभी बोली कि आज तुम पढ़ाई मत करो, मेरे साथ बातें करो और मेरे घुटने पर बाम से मालिश कर दो। फिर मैंने कहा कि भाभी में आपको कैसे टच कर सकता हूँ? ये हक तो सिर्फ़ भाई का है। तो भाभी बोली कि चल फिर एक काम कर में तेरी भाभी की जगह तेरी फ्रेंड बन जाती हूँ, फिर तो मालिश करेगा ना? तो मैंने कहा कि हाँ अब तो कर दूँगा। अब में भी यही चाहता था कि कैसे में भाभी के गोरे बदन को हाथ लगाऊँ? फिर में फटाफट से उठा और भागकर बाम ले आया। अब भाभी बेड पर लेटी हुई थी। अब उन्होंने अपनी नाइटी अपनी जांघो तक उठा ली थी और में उन्हें पागलों की तरह देख रहा था। फिर भाभी बोली कि अर्जुन मालिश करो, तो में उधर भाभी के घुटने पर मालिश करने लगा और इधर मेरा लंड खड़ा होने लगा और शायद मर्द के हाथ का स्पर्श मिलने के कारण भाभी को भी मज़ा आ रहा था। फिर तभी भाभी बोली कि अर्जुन बुरा ना मानो तो एक बात कहूँ, तो मैंने कहा कि बोलो भाभी। तो वो बोली कि तेरा भाई 4-5 महीने में एक बार आता है और एक जवान औरत बिना सेक्स के कितने दिन रह सकती है? में तो बस तड़पती रहती हूँ। फिर मैंने कहा कि भाभी फिर क्या करें? तो भाभी गुस्से से बोली कि तू कुछ मतकर अपना काम करता रह, जो कुछ करना है में कर लूँगी। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर भाभी बोली कि अर्जुन थोड़ा ऊपर मुझे खुजली हो रही है, जरा कर दे। फिर मैंने अपना हाथ उनकी एक जांघ पर रख दिया, तो वो बोली कि थोड़ा और ऊपर, तो में थोड़ा और ऊपर गया। फिर वो बोली कि दोनों जांघो के बीच में, तो मैंने जैसे ही वहाँ पर अपना एक हाथ लगाया तो मुझे कुछ गीला-गीला सा लगा। अब उनकी पेंटी पूरी गीली हो गयी थी। फिर भाभी ने मेरा हाथ पकड़कर मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मुझे किस करने लगी, तो मैंने कहा कि 1 मिनट रूको मेरी जान, में जरा दरवाजा बंद कर दूँ और ये कहकर मैंने दरवाजा बंद कर दिया और जैसे ही पीछे मुड़ा, तो मेरी भाभी ने मुझे कसकर पकड़ लिया और मुझे पागलों की तरह किस करने लगी थी। अब में भी उनके होंठो को चूसने लगा था, क्या होंठ थे उनके? एकदम रसीले। फिर हम 15 मिनट तक ऐसे ही एक दूसरे से चिपके रहे और किस करते रहे। फिर मैंने भाभी को गोद में उठा लिया और बेड पर ले गया और उनकी नाइटी उतार दी। उन्होंने अंदर भी लाल रंग की ब्रा और पेंटी पहन रखी थी।

अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो मैंने उनकी ब्रा और पेंटी को भी उतार फेंका और अपने कपड़े भी उतार दिए। फिर भाभी मेरा लंड देखकर बोली कि वाउ मज़ा आएगा बहुत दिनों के बाद दर्शन हुए है और ये कहकर भाभी ने मुझसे कहा कि जल्दी आओ अर्जुन और अपनी भाभी को संतुष्ट कर दो, घुसा दो इसे मेरी चूत में और लो मज़ा जवानी का, जल्दी अर्जुन जल्दी। फिर मैंने अपना 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लंड भाभी के मुँह के करीब कर दिया। फिर भाभी बोली कि अर्जुन ये सब बाद में, पहले तुम मेरी प्यास बुझा दो, मेरी चूत कई दिन से भूखी है, जल्दी करो।

फिर इतना कहते ही मैंने भाभी की चूत पर अपना लंड रखा और एक झटका मारा तो पहली बार में ही मेरा लंड भाभी की चूत को फाड़ता हुआ आधा अंदर घुस गया। फिर भाभी चीखने लगी, अब उन्हें दर्द हो रहा था। अब मैंने उनके मुँह को अपने मुँह से बंद कर दिया था और एक जोरदार धक्का और मारा तो अबकी बार उनकी चूत मेरे पूरे लंड को अंदर ले गयी। अब भाभी का हाल बुरा था और अब उनकी आँखों में पानी आ गया था। फिर मैंने आराम से ऊपर नीचे होना शुरू किया। अब भाभी को मज़ा आने लगा था और मुझे भी मजा आने लगा था। फिर भाभी बोली कि अर्जुन अपनी स्पीड बढ़ा, तो मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी। फिर इतने में भाभी मुझसे चिपक गयी और बोली कि आआआअहह अर्जुन में आई, मार डाला रे तूने और फिर थोड़ी देर के बाद में भी उनकी चूत में ही झड़ गया। फिर उस रात मैंने भाभी के साथ तीन बार सेक्स किया और आज तक में और भाभी पति पत्नी की तरह सेक्स करते है और खूब मजा करते है ।।

धन्यवाद …