Antarvasna-Kamukta

सगी भाभी की चूत का प्रसाद

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अनीश है antarvasna में छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ और में 22 साल का जवान लड़का हूँ और मेरे लंड का साईज 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा है। मेरी भाभी का नाम रोमा है। वो और उनके फिगर का तो क्या कहना है? अब में भाभी को पाने के लिए बेताब हो गया था। मेरा 8 इंच का लंड उसको देखते ही कड़क हो जाता था, उसके बूब्स क्या गजब के थे? और फिर एक दिन मेरी किस्मत खुल गयी। में कॉलेज से घर आया तो भाभी ने बताया कि माँ जी तुम्हारे मामा के यहाँ गयी है तो मुझे थोड़ी ख़ुशी हुई और में फ्रेश होकर टी.वी चालू करके बैठ गया। फिर तभी भैया का एक दोस्त आया और मुझे बताया कि भैया को एक जरूरी काम से मुंबई के लिए भेज दिया है, वो कल आएँगे। अब ये बात सुनकर मेरे तो होश ही उड़ गये थे। अब भाभी ने अंदर से सुन लिया था और अब मेरे मन में भाभी का ख्याल आने लगा था।

फिर रात के ठीक 8 बजे हम दोनों ने खाना खा लिया और करीब 10 बजे भाभी अपने कमरे में सोने के लिए चली गयी। अब में यहाँ बैचेन होने लगा था तो रात को 11 बजे में भाभी के कमरे में चला गया। अब वो सोते समय बहुत ही खूबसूरत लग रही थी। फिर में उसके पैरों के पास बैठ गया और अब मैंने अपनी पेंट उतार डाली थी और अपना एक हाथ धीरे से भाभी की साड़ी में डाल दिया और अपने एक हाथ से भाभी के ब्लाउज के बटन खोलने लगा। फिर मैंने अपनी एक उंगली भाभी की पेंटी के किनारे से अंदर डालकर भाभी की चूत में घुसा दी और अपनी ऊँगली उसमें घुमाने लगा।

अब मुझे पेंटी की वजह से थोड़ी परेशानी होने लगी थी तो मैंने अपने दूसरे हाथ से उनके ब्लाउज के सारे बटन खोल दिए और पागल होकर भाभी के बूब्स देखने लगा, लेकिन मैंने पहले दोनों हाथों से भाभी की पेंटी नीचे निकाल दी थी और फिर उनकी साड़ी को ऊपर करने लगा था और फिर जब मुझे भाभी की चूत के दर्शन हुए तो में पागल की तरह देखने लगा कि इतनी गोरी-गोरी चूत बिल्कुल नंगी मेरे सामने है और मुझे तो ऐसा लगा जैसे में कोई सपना ही देख रहा हूँ। फिर मैंने अपने एक हाथ से भाभी की चूत को पकड़ा और भाभी के दोनों पैरों में अपना सिर डालकर अपनी जीभ उसकी चूत में डाल दी और अपने एक हाथ से उसके बूब्स सहलाने लगा। अब मुझे भाभी की चूत को चाटने में बहुत मज़ा आने लगा था। अब मेरा लंड मेरी अंडरवेयर से बाहर आ गया था तो में उनके बूब्स को छोड़कर अपने एक हाथ से अपने लंड को रगड़ने लगा।

फिर तभी भाभी ने अपने एक हाथ से मेरे बाल पकड़ लिए और अपने एक हाथ से मेरा सिर नीचे दबाने लगी, तो तभी मुझे अहसास हुआ कि भाभी की चूत से कुछ चिपचिपा सा रस निकला था जो मुझे बहुत ही अच्छा लगा। अब में और ज़ोर-ज़ोर से चाटने लगा था और जैसे मुझे नशा सा हो गया हो। फिर तभी भाभी ने अपनी पकड़ ढीली कर दी। फिर में भाभी के ऊपर चढ़ गया और उनकी चूचीयाँ चूसने लगा। अब भाभी मस्ती में आ गयी थी और अब मेरा लंड भाभी की चूत से टकरा रहा था। फिर तभी भाभी ने मेरे होंठो को चूसना चालू किया। फिर थोड़ी देर के बाद भाभी ने कहा कि चलो अब चोदो, तो मैंने अपनी अंडरवियर उतार दी। फिर तभी भाभी ने उनकी साड़ी और ब्लाउज पूरी तरह से उतार दिए। अब भाभी को पूरा नंगा देखकर में उनकी तरफ देखता ही रह गया था। फिर तभी भाभी बोली कि क्या देख रहे हो कभी किसी औरत को नंगा नहीं देखा क्या? तो मैंने कहा कि भाभी सिर्फ़ फिल्मों में देखा था रियल में आज पहली बार देख रहा हूँ और फिर भाभी अपनी पीठ के बल लेट गयी और बोली कि मेरी चूत में गुदगुदी हो रही है चल आजा। फिर मैंने कहा कि में तो तैयार ही हूँ और फिर में भाभी के पैरों के बीच में जाकर बैठ गया। तो भाभी ने अपने हाथों से अपनी चूत का मुँह पकड़ लिया और कहा कि अब डाल दे। फिर मैंने अपना लंड भाभी की चूत पर सेट किया और एक धक्का मारा तो मेरा लंड थोड़ा सा अंदर घुस गया। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर भाभी ने कराहते हुए कहा कि यह तो बहुत ही मोटा है और मेरी चूत की आज खैर नहीं। फिर तभी मैंने दूसरा धक्का लगा दिया, तो भाभी ने अपने नाख़ून मेरी पीठ में चुभा दिए। फिर मैंने और एक धक्का लगा दिया और मेरा पूरा लंड भाभी की चूत में समा गया। अब मुझे बहुत मज़ा आने लगा था और अब में ज़ोर- ज़ोर से धक्के मारने लगा था। अब भाभी मस्त होकर मुझे बुरी तरह से चाट रही थी, काट रही थी। अब में भी भाभी के बूब्स को काट रहा था। अब भाभी आहह, उउउन्न्ह आअहह कर रही थी। फिर करीब 20 मिनट के बाद भाभी ने मुझे ज़ोर से काटा और अपने ऊपर इतनी ज़ोर से खींचा जैसे कि में कहीं भागे जा रहा हूँ। फिर इतने में मेरे लंड को गीला होने का अहसास हुआ और मुझे लगा कि में भी झड़ने वाला हूँ तो मैंने बहुत ही ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने शुरू किए और थोड़ी ही देर बाद में भी झड़ गया और भाभी ने फिर से मुझे ज़ोर से अपने ऊपर खींच लिया।

मुझे उस वक़्त कैसा लगा क्या बताऊँ? फिर में करीब 10 मिनट तक भाभी के ऊपर पड़ा रहा और बाद में मैंने अपना लंड भाभी की चूत से बाहर निकाला और अब हम दोनों वीर्य से तर हो गये थे। फिर भाभी उठी और उन्होंने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी। अब में मस्ती में आने लगा था, फिर भाभी ने मेरे लंड को चूसकर साफ कर दिया। तभी मेरी नजर भाभी की चूत पर गयी तो उनकी चूत से वही तरल और चिपचिपा सा रस बेड पर टपक रहा था। फिर मैंने भाभी से कहा कि चलो अब में आपकी चूत साफ कर देता हूँ और फिर में अपनी पीठ के बल भाभी की चूत के नीचे घुस गया। फिर भाभी ने अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दी और में उसे चाटने लगा।

अब भाभी फिर से मस्त होने लगी थी, तो तभी में उठ गया और भाभी से कहा कि में बाथरूम से होकर आता हूँ। अब बाथरूम से आने के बाद मेरा लंड फिर से लड़ने के लिए तनकर तैयार हो गया था। फिर भाभी ने कहा कि अब तुम नीचे सो जाओ, तो मैंने कहा कि चलेगा। फिर भाभी मेरे लंड के ऊपर बैठ गयी और चोदने लगी। फिर उस रात मैंने भाभी को सोने नहीं दिया और भाभी ने मुझे सोने नहीं दिया और हम दोनों पूरी रात चुदाई करते रहे जैसे कि सालों से प्यासे हो। फिर सुबह जब हम साथ में नहा धोकर तैयार होने लगे तो तब मैंने देखा कि किसने किसको कितना काटा है? फिर नाश्ता करने के बाद 8 बजे भैया का फ़ोन आया कि वो और 2 दिन नहीं आएँगे और फिर जब भी हमें कोई मौका मिला तो हमारी चुदाई चालू हो जाती थी। अब भाभी के एक बेटा है, लेकिन फिर भी भाभी भैया से कम और मुझसे ही ज्यादा चुदती है ।।

धन्यवाद …