हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और Antarvasna में कंप्यूटर ट्रेड का स्टूडेंट हूँ और में रोजाना चोदन डॉट कॉम की स्टोरी पढ़ता हूँ। मुझे इससे अपनी स्टोरी लिखने की प्रेरणा मिली। आज में आपको अपने बारे में एक सच्ची स्टोरी बताने जा रहा हूँ। यह बात 2 साल पहले की है, में बचपन से ही अपने नाना नानी जी के पास रहा हूँ और इस वजह से मेरा मौसी के साथ काफी प्यार था। मेरे 4 मौसी है उन सभी की शादी हो चुकी है। मेरी एक मौसी हमारे शहर से कुछ ही दूर एक गाँव में रहती है। उसके पति आज के लगभग कुछ 7 साल पहले विदेश चले गये है, मौसी जी के दो बच्चे है, मौसी दिखने में सुंदर पंजाबी लड़की की तरह है और उनको देखकर लगता नहीं कि उनके दो बच्चे भी है। चलो इन बातो को छोड़ो अब हम काम की बात करते है।
यह उन दिनों की बात है जब मैंने स्कूल ख़त्म किया था। में अक्सर मौसी जी के यहाँ रहता था, लेकिन कभी भी मेरे मन में गलत विचार नहीं आया। दोस्तों एक रात की बात है, में मौसी जी के घर पर रात को सोया हुआ था। मौसी जी के बेडरूम और मेरे बेडरूम में एक कॉंमन बाथरूम है। फिर रात को सोते हुए मैंने कुछ अजीब सी आवाज़े सुनी तो मेरी नींद अचानक से उड़ गयी। फिर में बाथरूम में गया और दरवाज़े से चोरी-चोरी देखने लगा तो मेरे तो होश ही उड़ गये। मैंने देखा कि मेरी मौसी बिल्कुल नंगी अपने बेड पर तड़प रही है और उसके हाथ उसकी चूत पर है और वो ज़ोर-ज़ोर से फिगरिंग कर रही है। क्या कयामत की रात थी? उसकी बिना बालों की चूत बिल्कुल गुलाबी सी इतनी सुंदर लग रही थी। अब मेरा तो दिल कर रहा था कि अभी जाकर चाट लूँ और उसके बूब्स इतने बड़े-बड़े की क्या बताऊँ? अब यह सब देखकर मेरा लंड एकदम तन गया था। अब में उसे अपने हाथ में लेकर मुठ मारने लगा था।
अब उधर मौसी बेड पर किसी घायल नागिन की तरह तड़प रही थी और इधर मेरा कोबरा मुझे तंग कर रहा था। फिर आखिर में मेरा लंड झड़ गया और उस रात तो मैंने ऐसे ही गुजार ली, लेकिन उस दिन के बाद से मेरे मन में मौसी को चोदने के विचार आने लगे कि कैसे में इसकी चूत मारूं? अब मुझे कोई आइडिया समझ में नहीं आ रहा था। फिर मुझे एक स्टोरी याद आई जिसमें एक लड़के ने अपनी दोस्त की माँ को बहाने से अपना लंड दिखाकर चोदा था। फिर मैंने भी कुछ ऐसा करने का प्लान बनाया। अब भगवान भी मेरा साथ दे रहा था। हमारे शहर से काफी दूर हमारी कुल देवी का हर साल प्रोग्राम होता है तो सभी को वहाँ जाना था। फिर मैंने बहाना बना लिया कि में नहीं जाऊंगा तो मौसी ने कहा कि चलो मुझे उसके पास रहने दो, वो भी नहीं जाना चाहती थी।
अब घर पर में, मौसी और उसकी छोटी लड़की रह गये थे, जो मेरे लिए कोई मुसीबत नहीं थी। अब बारी थी अपने प्लान को अमल में लाने की। में सुबह देर से ही बिस्तर से बाहर आता हूँ और अब मौसी ने नाश्ता बना दिया था और घर का भी सारा काम ख़त्म हो चुका था। फिर में नहाने के लिए गया और नहाने के बाद मैंने जानबूझकर अंडरवियर नहीं पहना और टावल लपेटकर बाहर आ गया। अब मौसी जी ड्रॉइग रूम में न्यूज़ पेपर पढ़ रही थी और उनका मेरी तरग ध्यान ही नहीं था। वैसे हम दोनों में मज़ाक चलता ही रहता है। फिर में अचानक से मौसी जी के पीछे आया और उनकी चोटी को खींचकर भाग गया, तो मौसी भी मेरे पीछे भागी और बोली कि रुक तुझे अभी बताती हूँ। अब में आगे-आगे भाग रहा था की मौसी का हाथ मुझ तक पहुँच गया और मेरा टावल उनके हाथ में रह गया। अब में उनके सामने एकदम नंगा था और अब उनकी आँखे मेरे मोटे लंड पर टिक गयी थी।
फिर मैंने जल्दी से टावल लिया और वहाँ से चला गया। अब मेरा काम हो चुका था और मौसी ने बहुत सालों से लंड नहीं देखा था, वो चूत में उँगलियाँ करके गुजारा कर रही थी। फिर में तैयार होकर आया और अब मौसी मेरी तरफ ही देख रही थी और में नजरे झुकाकर बैठा था। अब मुझे मौसी की आँखों में साफ दिख रहा था कि वो मेरा लंड लेना चाहती है। अब टाईम गुजर रहा था और अब रोज की तरह सब अपना अपना काम कर रहे थे। अब मुझे रात का इंतजार था, फिर रात हुई और मौसी अपनी लड़की को सुला रही थी। अब में उनके साथ बैठा था और वो अपनी लड़की को अपने बड़े-बड़े बूब्स से दूध पिला रही थी। अब में बीच- बीच में उनके बूब्स को देख रहा था और इस बात को वो भी नोटीस कर रही थी। फिर जल्दी ही उनकी लड़की सो गयी, लेकिन वो मुझे दिखाने के लिए अपने बूब्स को नंगा ही छोड़े हुई थी। तभी मेरे पैरो से जमीन निकल गयी, जब मौसी ने मुझसे कहा कि तू मेरे बूब्स को पियेगा। फिर मैंने शरमाते हुए कहा कि आप यह क्या कह रहे हो? तो उन्होंने कहा कि देख सकता है तो पी भी ले, में कौन सा तेरे से पैसे लूँगी? और फिर उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और अपने बूब्स पर रख दिया, तो मेरे अंदर मानो बिजली आ गयी हो। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
अब मैंने उनके बूब्स को कसकर पकड़ा था और अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगा था। अब उनमें से दूध निकल रहा था और में सब कुछ भूलकर बस चूस रहा था। फिर उन्होंने अपने बूब्स को पीछे हटाते हुए कहा कि पहले तू मुझे अपना दूध तो पिला, तूने इतना ताकतवर मोटा लंड कहाँ छुपा रखा था। अब मौसी मेरे साथ ऐसे बातें कर रही थी और अब मेरे अंदर गर्मी आ रही थी। फिर उन्होंने मेरे पजामे में अपना एक हाथ डाला और मेरा तना हुआ लंड अपने हाथ में ले लिया और उसे मसलने लगी। अब में भी ज़ोर-ज़ोर से उनके बूब्स को चूसने लगा था। फिर मैंने उनके होंठो को अपने होंठो में ले लिया और अपने दातों से काटने लगा। अब उनके मुँह से अजीब-अजीब सी आवाज़े आ रही थी।
फिर उन्होंने मुझसे कहा कि दूसरे रूम में चलते है यहाँ बच्ची सो रही है। फिर में उनको चूसता हुआ दूसरे रूम में ले गया और जाकर बेड पर पटक दिया और उन पर लेट गया। अब थोड़ी ही देर में हम दोनों बिना कपड़ो के नंगे एक दूसरे से सामने थे। फिर मौसी ने मेरा लंड अपने हाथ में लिया और मसलने लगी और अपने एक हाथ से अपनी चूत को मसलने लगी। फिर तभी मैंने मौसी का हाथ पकड़ लिया और कहा कि यह काम मेरा है। फिर मैंने अपनी जीभ मौसी की चूत पर रखी तो मौसी ऐसे तड़प पड़ी जैसे किसी मछली को पानी से निकाल दिया हो। अब वो हल्की-हल्की से बोल रही थी कि आज तुमने मुझे फिररररर से पूरा कर दिया, आआआआ में इतने दिनों से तड़प रही थी, प्लीज खा जाओ मेरी चूत को और फिर 5 मिनट में ही मौसी झड़ गयी और में उसका सारा रस पी गया और उसके होंठो को चूमने लगा। अब वो भी अपने रस का स्वाद ले रही थी, अब मौसी मुझे पागलों की तरह चूमने लगी थी और मुझसे कहने लगी कि में कब से अकेली थी अब प्लीज अपने मोटे लंड से मुझे पूरा कर दो और मेरी चूत को फाड़ दो। में तुम्हारा इंतजार कर रही हूँ।
फिर में अपना लंड मौसी के मुँह के पास लेकर गया और चूसने को कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया, तो मैंने भी ज्यादा जबरदस्ती नहीं की और उनकी दोनों टांगो को खोल दिया और अपना लंड उनकी चूत के मुँह पर रख दिया। अब उनकी चूत मेरे लंड को लेने के लिए तड़प रही थी और में और मजे लेना चाहता था। फिर मैंने अपनी एक उंगली उनकी चूत में घुसा दी और धीरे-धीरे से हिलाने लगा। अब वो चिल्लाने लगी थी प्लीज लंड को अंदर डाल दो, तुम जो कहोगे में तुम्हें दूँगी। मैंने फिर से अपना लंड उनकी चूत के मुँह पर रखा और इस बार मैंने अपने लंड का थोड़ा सा हिस्सा ही डाला था कि मौसी चिल्ला उठी आह में मररर गयययययी। फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया, लेकिन मौसी गुस्सा हो गयी और कहा कि में जो मर्ज़ी कहूँ, लेकिन तुम पूरा लंड अंदर तक डालना। फिर मैंने फिर से अपना लंड उनकी चूत के मुँह पर रखा और इस बार एक ही झटके से मेरे लंड को पूरा अंदर तक डाल दिया।
अब मौसी की आँखों से आँसू निकल रहे थे, लेकिन वो इन्जॉय कर रही थी। अब में धीरे-धीरे से चोदने लगा था, अब मौसी आवाज़े निकाल रही थी आहहाआहह, ईएसस्स्सस्स और करो, तेज़्ज़्ज़्ज़ करो, ऊऊऊ अब में भी अपनी स्पीड बढ़ा रहा था। अब मौसी भी मेरा साथ दे रही थी और अब हम दोनों पसीने से भीग चुके थे। अब में उसके बूब्स को पी रहा था और उसे चोद रहा था। अब मेरे मोटे लंड के ज़ोर से मौसी दो बार झड़ गयी थी, लेकिन इतने सालों के बाद लंड मिलने के कारण उसकी चूत अभी भी लंड चाहती थी। अब मेरा क्लाइमैक्स आ चुका था और अब में ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा था। अब मौसी भी मेरा साथ दे रही थी और अब उसकी आवाज मेरे अंदर जोश ला रही थी कि चोदो मुझे, फाड़ दे, मेरी चूत का भोसड़ा बना दे। अब मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी थी और फिर अचानक से मेरा सारा रस उनकी चूत में उतर गया और में वही उनके ऊपर लेट गया।
फिर मौसी ने मेरा लंड अपने मुँह में लिया और उसे अपने मुँह से साफ करने लगी। फिर उसके बाद मुझे बिल्कुल भी होश नहीं रहा कि में कहाँ पर हूँ? फिर सुबह ही मेरी नींद खुली और अब मौसी पहले से उठ चुकी थी। फिर मेरे उठने के बाद वो मेरे रूम में आई और मुस्कुराते हुए कहा कि कल रात के लिए थैंक्स। दोस्तों इस स्टोरी को लिखते हुए भी मुझे उस दिन की याद आ रही थी और वो सीन याद आ रहा था कि कैसे में मौसी की चूत का नज़ारा ले रहा था? में तो स्टोरी लिखते हुए भी दो बार झड़ चुका हूँ। फिर उसके बाद भी मैंने और मेरी मौसी ने काफी इन्जॉय किया ।।
धन्यवाद …