हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम ईशान है। में 28 साल का हूँ और में एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ। अब में आपका समय ज्यादा ख़राब न करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ कि कैसे मैंने मैरिज हॉल की छत पर भाभी को चोदा? एक दिन में अपने ऑफिस में था, तो मुझे मेरे एक फ्रेंड का कॉल आया। वो काफ़ी अमीर थे और काफ़ी टाईम के बाद उसका कॉल आया तो मैंने पूछा कि क्या बात है, आज कैसे याद आ गयी? तो उसने कहा कि साले तू ही याद नहीं करता, सुन मेरी बहन की शादी है, तो उसने बोला कि तू ज़रूर आना। फिर मैंने बोला कि चिंता मत कर में वहाँ तुझे ज़रूर मिलूँगा और कोई काम हो तो बता देना। फिर उसने बोला कि बस तू आ जाना और उसने मुझे दिल्ली के एक मैरिज हॉल का पता मैसेज कर दिया। फिर में भी उस दिन का इंतजार करने लगा।
फिर वो दिन आया तो में भी तैयार होकर वहाँ के लिए निकल गया। फिर मैरिज हॉल में जाकर में अपने फ्रेंड्स से मिला तो वो काफ़ी खुश हुआ। फिर वो मुझसे गले मिला और अपने मम्मी पापा से मिलाने ले गया। फिर मैंने उनको नमस्ते किया और फिर मेरा दोस्त काम में लग गया और में मैरिज हॉल में घूमने लगा, वहाँ काफ़ी लोग थे। तभी बारात आ गई तो में आगे जाकर बारात देखने लगा, बारात में काफ़ी मस्त लड़किया थी। तभी मेरी नज़र दूल्हे पर और उसके साथ खड़ी एक सेक्सी लेडी पर गई, उसकी उम्र 30 या 32 साल होगी और फिगर 36-30-36 होगा। उसने काले कलर की साड़ी पहनी थी और गहरे गले का ब्लाउज पहना था और उसने उसकी साड़ी नाभि के नीचे बांधी थी।
फिर वो किसी को देखने के लिए पीछे मुड़ी तो उफ़फ्फ़ उसका बैक साईड का ब्लाउज खुला था, बस एक डोरी थी। अब गेट पर सब एक दूसरे से मिल रहे थे और में उस लेडी को देख रहा था और सोच रहा था कि ये क्या मस्त माल है उफफफ्फ़? तभी एक दूसरे से मिलने के बाद दूल्हा स्टेज पर गया और वो लेडी भी स्टेज पर चली गई। अब उसकी नज़र भी मुझसे कई बार मिली और मैंने आँखो में ही उसको स्माईल की लेकिन वो नज़र घुमा लेती थी। फिर मैंने सोचा कि यार बात कैसे की जाए? तभी वो स्टेज से नीचे आई और किसी को ढूँढने लगी। एक बार तो वो मेरे पास से निकली और उसका कंधा मेरे कंधे से लगा और उसने सॉरी बोला। यार क्या आवाज़ थी? फिर मैंने कहा कि इट्स ओके और वो आगे चल दी लेकिन उसकी खुशबू अभी भी आ रही थी और अब मुझे बिना पिए चढ़ रही थी।
अब में बैचेन था कि कैसे बात हो? तो तभी मुझे मेरा दोस्त दिखा और मैंने उससे पूछा कि यार बारात में ये लेडी कौन है? जो दूल्हे के साथ आई है। फिर उसने मेरी तरफ़ देखा और बोला कि साले वो दूल्हे की भाभी है, कोई गड़बड़ मत करना। फिर मैंने गुस्से में कहा कि यार तू पागल है क्या? तेरी बहन की शादी है और में कुछ करूँगा क्या? वो तो बस मुझे वो परेशान सी दिखी तो पूछ लिया। फिर उसने पूछा कि अच्छा। फिर वो मुझे लेकर उनके पास गया और बोला कि भाभी क्या बात है? कोई प्रोब्लम है क्या? आप काफ़ी परेशान लग रहे हो, हमारी तरफ़ से कोई कमी है क्या? तो उन्होंने बोला कि अरे नहीं वो बस मेरे पति नहीं दिख रहे है तो उनको ही देख रही हूँ, वो कहीं गाड़ी में ना हो, उन्होंने ड्रिंक कर रखी है और पार्किंग की जगह अंधेरा है। तभी किसी की आवाज़ आई, अब मेरे दोस्त को कोई बुला रहा था। फिर उसने बोला कि भाभी ये मेरा दोस्त है ईशान, आप इसको पार्किंग में लेकर चले जाओ और देखकर आ जाओ, मुझे कोई बुला रहा है और फिर वो चला गया और अब मेरे दिल में ख़ुशी के लड्डू फूट गये थे।
फिर मैंने कहा कि चले भाभी, तो उन्होंने कहा कि अगर आपको प्रोब्लम ना हो तो हम दोनों आगे चले और मैंने बात करना शुरू करते हुए बोला कि आप काफ़ी अच्छी लग रही हो। फिर उन्होंने कहा कि अच्छा तभी जब से मैंने एंट्री की है, तब से तुम मुझे देखे जा रहे हो। फिर में बोला ओह तो आप मुझे नोटिस कर रहे थे, तो उन्होंने कहा कि हाँ। फिर मैंने उनसे पूछा कि भाभी जी वैसे आपका नाम? तो उन्होंने कहा कि कविता, ओह नाइस वैसे भाभी आप इतनी सुंदर हो, सेक्सी हो तो आपके पति ड्रिंक करके गायब है और आप जैसी बीवी हो तो नशा अपने आप ही चढ़ जाए। फिर उसने बोला कि अच्छा हम्म्म और स्माईल करके बोली कि फ्लर्टिंग। फिर हम उनकी कार के पास पहुँचे तो देखा कि उनके पति कार में सो रहे थे और उन्होंने काफ़ी कोशिश की लेकिन वो नहीं जागे और नींद में कविता को गाली देने लगे, जा चली जा सोने दे। अब मेरे सामने अपने बारे में ऐसा सुनकर कविता की आँखो में आसूं आ गये। फिर मैंने ही हिम्मत करके बोला कि भाभी इनको सोने दो और कार लॉक करके चलो।
फिर मैंने उनके कंधो पर हाथ रखा तो वो मेरे गले लग गई। अब में इसके लिए तैयार नहीं था। तभी वो अलग हुई और सॉरी बोलकर बोली कि प्लीज ईशान इसके बारे में किसी से कुछ मत कहना कि मेरे पति ने मुझसे क्या कहा? नई रिश्तेदारी है मेरी क्या इज्जत रह जायेगी? तो मैंने कहा कि चिंता मत करो। फिर हम वहाँ से चल दिए और मैरिज हॉल में जाकर अलग हो गये लेकिन अब हमारी नज़रे एक दूसरे के ऊपर ही थी। फिर थोड़ी देर के बाद वो मेरे पास आकर मेरे कंधे पर अपना कंधा मारकर हॉल की सीढ़ियों पर गई। फिर मैंने देखा कि उसने अपनी आँखो से इशारा करके मुझे बुलाया। फिर में वहाँ गया तो उसने कहा कि ईशान मुझे यहाँ अच्छा नहीं लग रहा है, कहीं कोई अच्छी जगह है जहाँ कोई ना हो। फिर मैंने कहा कि हाँ चलो ऊपर छत पर कोई नहीं होगा और में आगे-आगे चलने लगा और वो मेरे पीछे-पीछे चलने लगी। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
जब टाईम अच्छा था कि छत पर कोई नहीं था, क्योंकि सब नीचे डीजे पर डांस करने में लगे थे और ड्रिंक पीने में व्यस्त थे। फिर मैंने ऊपर जाकर छत का दरवाजा लॉक कर दिया और उस रात में और कविता अकेले मैरिज हॉल की छत पर थे। फिर मैंने बोला कि क्या हुआ? तो उसने बोला कि पता नहीं, क्या में तुम्हें हग कर सकती हूँ? तो मैंने बोला कि ज़रूर और उसने मुझे हग कर लिया। फिर मैंने बोला कि भाभी क्या हुआ? तो उसने बोला कि भाभी नहीं बस कविता कहो और फिर वो मेरी आँखो में देखने लगी। अब वो चाँद की रोशनी में काफ़ी सेक्सी लग रही थी। फिर मैंने बोला कि ऐसे मत देखो नहीं तो में किस कर लूँगा और उसने बिना कहे अपने लिप मेरे लिप पर लगा दिए। अब वो मेरे लिप चूस रही थी और अब उसकी लिपस्टिक की खुशबू से लेकर उसकी जीभ तक की मिठास मेरे मुँह में आ रही थी। अब हम दोनों काफ़ी देर तक लम्बा किस करते रहे उउंम उउउंम उउउंम उम्म्म। अब वो पागल हो रही थी और बोल रही थी ईशान प्लीज किस मी हार्ड प्लीज उउउंम उउंम उउंम उउंम।
फिर मैंने उसे किस करते-करते उसकी साड़ी के पल्लू को नीचे गिरा दिया और उसके बूब्स को दबाने लगा। अब वो मेरी पेंट के ऊपर से ही मेरा लंड सहलाने लगी थी और अब मुझमें आग लग गयी थी। फिर मैंने उसका ब्लाउज खोल दिया और उसकी ब्रा के हुक भी खोल दिए। अब उसके गोरे-गोरे बूब्स मेरे सामने थे। फिर मैंने उसको चूसना शुरू कर दिया, उउउंम उउंम उम्म। अब मैंने उसके ब्राउन निप्पल को लाल कर दिया था और में उसके बूब्स को खा जाना चाहता था। अब में उसका पूरा बूब्स अपने मुँह में लेना चाहता था। फिर उसने बोला कि रुको नहीं तो कपड़े खराब हो जायेगे, अभी नीचे भी जाना है जान, तो फिर मैंने देखा कि वही टेंट की दरी रखी है तो मैंने उसको बिछा दिया। फिर उसने अपने घुटनों के बल बैठकर बोला कि देखूं तो सही मेरी जान का हवाई जहाज उड़ने में कैसा है? मज़ा आयेगा भी या नहीं और फिर उसने मेरी पेंट नीचे की और नीचे करके मेरा लंड निकालकर देखा, तो उसके मुँह से वाऊ ईशान निकला, ये 7 इंच का तो होगा ही।
फिर मैंने कहा कि कभी नापा नहीं लेकिन 7 या 8 इंच का तो है। फिर उसने बोला कि मुझे तो बस इतना पता है कि ये मेरे पति के लंड से बड़ा और मोटा है और उसने अपने लाल लिप ओपन करके मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी, उउंम उउंम उम्म। फिर वो मेरे लंड के नीचे की मेरी गोली को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी और खींचने लगी, उउंम उउंम। अब में तड़प रहा था और वो मज़े ले रही थी, उउंम्म उउम्म्म्मम। फिर मैंने कहा कि ओह कविता तुम काफ़ी गर्म हो, हॉट हो जान ऊहह ऊहह और फिर वो खड़ी हुई। फिर मैंने उसके सारे कपड़े उतार कर उसको दरी पर लेटा दिया और उसके लिप को चूसकर, फिर उसके बूब्स को चूसकर, दबाकर, फिर उसकी चूत के पास आया और उसकी चूत को ओपन करके अपनी जीभ से उसको चाटने लगा।
अब कविता भाभी पागल हो गई थी और अब वो मेरा सर पकड़कर बोली कि जान ले लोगे क्या? तो मैंने एक स्माईल दी और बोला कि क्यों जब मेरी बॉल खींच रही थी जब मज़ा आ रहा था ना। फिर उसने स्मईल के साथ बोला कि ओह बदला, तो में फिर से उसकी चूत को चाटने लगा, उउउंम उउंम उउंम। फिर में अपनी जीभ उसकी चूत में डालकर उसे अपनी जीभ से चोदने लगा। तभी वो बोली कि ओह ईशान जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डालो, में मर जाउंगी और हमको ऊपर आए काफ़ी देर हो गई है, कहीं कोई आ ना जाए। फिर मुझे भी याद आया कि हम तो शादी में आए हुए है। फिर मैंने उसकी टाँगे चौड़ी की और उसकी चूत पर अपना लंड लगाया। फिर भाभी बोली कि ईशान आराम से करना तुम्हारा लंड बहुत मोटा है और फिर मैंने एक धक्का दिया तो मेरा लंड उसकी चूत में पूरा अंदर चला गया। फिर उसने मेरे लिप पर खुद अपने लिप रख दिए। फिर मैंने एक और धक्का दिया तो उसने अपने नाख़ून मेरे पेट पर चुभा दिए और मेरे लिप को चूसने लगी। फिर में थोड़ी देर तक रुका रहा। फिर भाभी खुद ही नीचे से धक्के मारने लगी तो मैंने भी धक्के मारना स्टार्ट कर दिया, उउंम उउंम उम्म उउंम और अब हम दोनों सातवें आसमान में थे।
फिर उसने कहा कि ओह बेबी प्लीज फास्ट, यस बेबी कमॉन, यस स्वीटहार्ट यस और तेज़ जान। अब में तेज-तेज धक्के लगा रहा था। अब उसकी सिसकारियों से मुझमें और जोश आ रहा था। तभी उसने मेरे लिप पर एक जोरदार किस किया और मुझे जोर से पकड़कर अपनी बाहों में समा लिया और अब में समझ गया था कि उसका काम हो गया है। फिर उसने कहा कि जान जल्दी करो कोई आ न जाए और 15 मिनट के बाद मैंने बोला कि आई एम कमिंग हनी। फिर उसने कहा कि ओह यस बेबी कमॉन, भर दो मेरी चूत, मेरी जान अपना गर्म पानी निकाल दो और फिर मैंने उसकी चूत में ही अपना माल निकाल दिया। फिर हम दोनों थोड़ी देर तक लेटे रहे। फिर हम खड़े हुए और अपने-अपने कपड़े पहने और एक दूसरे को किस किया। फिर उसने बोला कि जान आज तुमने मुझे वो सुख दिया है, जिसकी मुझे ज़रूरत थी। फिर हम दोनों अलग-अलग नीचे गये और नीचे जाकर मिल गये। फिर मेरे दोस्त ने बोला कि कहाँ था? तो मैंने कहा कि यार कहीं नहीं भाभी के साथ पार्किंग से आकर डीजे के पास डांस देख रहा था, मतलब मैंने उसको टाल दिया और अब पूरी रात भाभी और में एक दूसर को किसी ना किसी बहाने से टच कर रहे थे ।।
धन्यवाद …