हैल्लो दोस्तों, भाई Antarvasna से पहली बार चुद जाने के बाद मेरे कहने पर भाई रोज अपने दोस्तों से मुझे चुदवाते थे। में बहुत मज़े से रोज 2-3 लड़कों से चुद जाती थी। में चूत, गांड और मुँह बहुत बार मरवा चुकी थी। फिर एक दिन भाई मुझे एक पार्टी में लेकर गये, जब मैंने रेड टी-शर्ट और सफ़ेद स्कर्ट पहनी थी। मेरी टी-शर्ट बहुत टाईट थी, जिससे मेरे बूब्स और भी खूबसूरत लग रहे थे और मेरी स्कर्ट शॉर्ट थी। मैंने अंदर नयी सेक्सी ब्रा पहनी थी, ब्लेक लेस में और वैसे ही पेंटी लेस वाली थी, वो ऐसी ब्रा पेंटी थी कि कोई देखे तो उतारकर चुदाई करने को जी चाहे। फिर कुछ 7 बजे के करीब भाई मुझे लेने आए। फिर भाई ने मम्मी पापा से कहा कि आज शायद पार्टी में देर हो जाएगी, तो हम वहीं रहेंगे। अब में अपने कज़िन भाई के साथ जा रही थी, तो मम्मी पापा ने भी हाँ भर दी।
फिर मैंने कार में बैठते हुए भाई से पूछा कि हम क्या सच में वहीं रहने वाले है? तो भाई बोले कि बहना तू बस देखती जा और मुस्कुरा दिए, आज तेरे नसीब खुलने वाले है। अब में मन ही मन सोचने लगी थी कि शायद भाई मुझे चुदाई करवाने वाले है मगर जो होने वाला था मुझे उसका अंदाज़ा नहीं था। फिर एक सुनसान से बंगले पर हमारी कार रुकी। अब अंदर ज़ोर-ज़ोर से म्यूज़िक सुनाई दे रहा था, तो मैंने कहा कि लगता है पार्टी शुरू हो गयी है, तो भाई बोले कि तू अंदर तो चल। फिर जैसे ही दरवाजा खुला तो उस म्यूज़िक की आवाज़ और भी बढ़ गयी, वहाँ लिविंग रूम का सारा फर्निचर निकालकर कुछ गद्दे बिछाए गये थे, वहाँ डिस्को रूम जैसी लाइट छत पर लगे थे, तो 3-4 रंग की लाईट फ्लोर पर और उन गद्दो पर नाचते दिखाई दे रहे थे।
फिर हम अंदर गये और उसमें से एक गद्दे पर बैठ गये। अब शॉर्ट स्कर्ट होने की वजह से मेरी स्कर्ट बार बार ऊपर जा रही थी और मेरी पेंटी दिखाई दे रही थी। अब मैंने एक नजर रूम में घुमाकर देखा तो समझ आया कि वहाँ सिर्फ़ यह 5 लड़के थे और में और मेरे भैया थे। फिर मैंने भैया से पूछा कि बाकी लोग कहाँ है? तो भाई बोले कि बाकी कोई नहीं है बहना, यहाँ इतने ही लोग है और कहते हुए भाई के मुँह पर एक अजीब सी मुस्कुराहट थी। अब मुझे फिर भी कुछ समझ नहीं आया था तो तब मैंने देखा कि एक लड़का मुझे घूर रहा था और मेरी पेंटी को देख रहा था। फिर मुझे अच्छा लगा तो मैंने अपने घुटने ऊपर किए तो उसे मेरी पूरी पेंटी दिखी। बस फिर क्या था? उस लड़के ने तुरंत अपना लंड अपने हाथ से पकड़ लिया और सहलाने लगा।
फिर मैंने देखा कि सारे लड़के चुपचाप मुझे घूर रहे थे और उनमें से एक आकर मेरी बगल में बैठ गया और मुझे घूरते-घूरते भाई से बोला कि यार कब नंगी करोगे इसे? तो मैंने चौंककर भाई की तरफ देखा। तो भाई ज़ोर से हँसे और मुझे उस लड़के की बाँहों में धकेल दिया और बोले कि आज तो यह दोस्तों आपकी रंडी है, जो चाहे करो, में देखूँगा बस और फिर मूड हुआ तो आपके साथ में भी चोदूंगा। अब में हैरान थी कि आज यह सारे मिलकर मुझे चोदेंगे? अभी तक मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ था। अब मुझे डर लग रहा था, लेकिन में मन ही मन खुश भी हो रही थी कि 6 लड़के एक साथ मेरी नंगी जवानी निचोड़ेंगे, में चुदासी जो बन गयी थी। फिर में जिसकी बाँहों में गयी, उसने बिना वक़्त ख़राब किए मेरे बूब्स को दबाना शुरू किया। फिर यह देखकर सारे लड़को ने अपना लंड बाहर निकाल लिया और यह कहकर सारे मुझ पर झपट पड़े और देखते ही देखते में पूरी नंगी हो गयी और वो सारे लड़के भी नंगे हो गये।
अब नज़ारा यह था कि 2 लड़के मेरे दोनों बूब्स को दबा रहे थे, चूस रहे थे और में दोनों पैर फैलाकर बैठी थी, तो एक मेरी चूत को सहला रहा था और चौथा मेरे मुँह में अपना लंड डालकर हिला रहा था और पांचवा मेरी गांड ढूंढ रहा था। अब भाई मजे से अपना लंड बाहर निकालकर सहलाते हुए यह नज़ारा देख रहे थे। फिर अचानक से सबने मुझे लेटा दिया। फिर एक ने मेरे मुँह पर बैठकर अपना लंड मेरे मुँह में दे दिया और मेरे मुँह में चूत की तरह धक्के मारने लगा। अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, अब 5 लड़के मेरा नंगा बदन निचोड़ रहे थे। फिर एक ने अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया, तो तभी एक बोला कि रूको पहले में लेटता हूँ, फिर उसे मेरे ऊपर बैठा दो, में मेरा लंड इसकी गांड में डालता हूँ, फिर कोई चूत में डालना और फिर बस वही हुआ। अब में बैठ गयी थी और एक ने मेरी गांड में लंड डाल दिया था। मेरी गांड भी मार-मारकर भाई ने फाड़ी हुई थी, तो मुझे दर्द नहीं हुआ। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
फिर मुझे उस लड़के पर लेटाया और एक ने मेरी चूत चुदाई शुरू की। फिर एक ने मेरा मुँह मारना शुरू किया और चौथा मेरे बूब्स के बीच में अपना लंड डालकर चोदने लगा और एक का लंड में खुद अपने हाथ से हिला रही थी। अब यह सब होते हुए मुझे ध्यान आया कि किसी ने कंडोम नहीं लगाया था, लेकिन अब देर हो गयी थी, अब कोई नहीं रुकने वाला था, तो मैंने अपनी चुदाई करवा ली। अब मुझे भी जोश आ गया था, अब में लंड चूस रही थी और मेरी गांड, मुँह, चूत में लंड हिल रहे थे। अब तक में 3-4 बार झड़ चुकी थी, तो तभी मुँह वाले का रस मेरे मुँह में निकला सस्स्सस्स वो बहुत सारा था, तो मैंने लपलप सारा पी लिया। फिर चूत वाला भी मेरी चूत में ही झड़ गया और गांड वाला भी झड़ गया, तो मेरी गांड उसके वीर्य से भर गयी और फिर मेरे मुँह पर भी वीर्य निकाला और फिर पांचवे ने मेरी चूत में अपना लंड डालकर हिलाया और झड़ गया। फिर थोड़ी देर के बाद भाई ने अकेले मुझे चोदा। अब मेरी चूत में पहले ही दो मर्दो का वीर्य था और फिर भाई ने उसी में अपना वीर्य छोड़ा और झड़ गये।
फिर ऐसे ही 6 लोगों ने एक-एक करके मेरे सारे छेदो को चोदा और शांत हो गये। अब 12 बजे के करीब में लेटी थी, अब मेरा पूरा बदन दर्द हो रहा था। तो तभी वो सारे मर्द मेरे अगल-बगल में खड़े हो गये। तो मैंने सोचा कि यह फिर से मुझे चोदेंगे, लेकिन 2 सेकेंड में वो सारे के सारे मरे बदन पर मूतने लगे। अब मेरे बदन पर 6 लंडो का मूत निकल रहा था सस्स्स्स्ससस्स, हाईई। अब उन्होंने मुझे अपने मूत से नहला दिया था और में वहीं मूत में लथपथ लेटी रही। फिर एक का फिर से मूत निकला तो उसने मेरे मुँह में डाला और बोला कि पी जा रंडी, तो में सारा मूत पी गयी। फिर यह देखकर सारी रात वो लड़के मुझे चोदते रहे और जब भी मूतते, तो मेरे ऊपर ही मूतते और मुझे भी वहीं मूतने को कहते और सारे उसे अमृत-अमृत कहकर चाटते और मेरी चूत को चूसते। फिर रातभर मेरा बदन वीर्य और मूत में सना रहा, अब चुद-चुदकर मेरे सारे छेद दर्द कर रहे थे, उस रात में कुल मिलाकर 30-35 बार चुदी थी। फिर में मूत का बदन लेकर सुबह बाथरूम में नहाने गयी, अब मुझसे चला भी नहीं जा रहा था, लेकिन मेरी सेक्स की भूख अभी भी थी। अब में शॉवर के गर्म पानी में बैठ गयी थी, तो मुझे कुछ अच्छा लगा। फिर कुछ 5-10 मिनट के बाद भाई बाथरूम में आए और वही मुझे चोद दिया और बोले कि में बहुत खुश हूँ बहना, तूने तो अपने रंडीपन से मुझे तेरा दीवाना बना दिया है, अब में तुझे ऐसे ही पार्टी में ले जाकर चुदवाऊंगा, तेरी ग्रूप चुदाई करवाऊंगा, बड़ी मज़े से चुदती है रे मेरी चुदक्कड रंडी। फिर वही हुआ, अब हर पार्टी में सिर्फ़ लड़के और में अकेली थी, अब आप ही सोचिए क्या होता होगा? और फिर वीर्य और मूत की बरसात हुई और मैंने खूब इन्जॉय दिया और किया ।।
धन्यवाद …