हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम देव है, मेरी उम्र 25 साल है, में दिखने में हट्टा कट्टा हूँ। अब में आपका ज्यादा समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ। यह स्टोरी मेरी और मेरे मौहल्ले की एक लड़की के बीच की है, उसका नाम रेणु है, उसका रंग गोरा है और मस्त बॉडी और बड़े-बड़े बूब्स है, वो दिखने में बहुत सेक्सी है। वो मेरे पास कोचिंग पढ़ने आती थी और में उसको चोदना चाहता था। फिर एक दिन जब में अपनी जॉब पर जा रहा था, तो एक पुलिस वाला रेणु से पूछताछ कर रहा था और अपने साथ पुलिस स्टेशन ले जा रहा था। अब में शॉक्ड था, फिर जब में उनके पास गया तो पता चला कि वो पुलिस वाला मुझे जानता था, वो मेरा क्लास मेट था। फिर मैंने उससे पूछा कि क्या बात है? आप इसे पुलिस स्टेशन क्यों ले जा रहे हो? तो उसने बताया कि ये लड़की इसी कॉलोनी के एक लड़के के साथ कमरे में गलत हरकतें करती पाई गयी है, तो मैंने उससे कहा कि तुम इसे छोड़ दो, ये एक अच्छी लड़की है और में इसे जानता हूँ। फिर उसने मेरे कहने पर उसे छोड़ दिया, तो फिर मैंने रेणु को बाईक पर बैठाकर उसके घर छोड़ दिया।
फिर उस रात को में ये सोचता रहा कि में तो इस लड़की पर वैसे ही ट्राई नहीं मार रहा था, लेकिन ये तो खुद ही सेक्स करना चाहती है। फिर मैंने सोचा कि अब अगर इसकी चूत लूँ, तो कैसे लूँ? क्योंकि मेरी कॉलोनी में बहुत इज़्ज़त थी इसलिए में चाहता था कि में इसे ब्लेकमैल करूँ ना कि फ्रेंडशिप, तो मैंने सोच लिया कि में इसे बहुत प्यार से तरसा-तरसा कर चोदूंगा। फिर अगले दिन जब वो कोचिंग पढ़ने आई, तो मैंने अपने प्लान पर काम करना शुरू किया। जब मेरे घर में भी कोई नहीं था तो मैंने उसे थोड़ा पढ़ाकर दूसरे कमरे से मोबाईल पर रिंग किया और फिर आकर मोबाईल उठाकर बातें करने लगा। फिर मैंने उससे कहा कि वो पुलिस वाला बार-बार पैसे माँग रहा है, इतनी तो कोचिंग की फीस नहीं आती जितने में उसे देता हूँ और वो भी किस लिए तेरे लिए और मेरा तो इसमें कोई भी लेना देना नहीं है। अब वो बोल रहा है या तो पैसे दो या फिर उस लड़की का पता बताओ, अब बताओं में क्या करूँ? तू तो जानती है कि वो तेरे साथ क्या करेंगे? तो ये सुनकर वो रोने लग पड़ी और कहने लगी कि में एक बहुत शरीफ लड़की हूँ, मुझे बचा लो। ये तो में भी जानता था कि वो कोई शरीफ नहीं है बस नाटक कर रही है। फिर ये देखकर मेरा गुस्सा और बढ़ गया कि खुद वो लड़की एक लड़के के साथ उसके कमरे में गलत हालत में पकड़ी गयी और ऊपर से कह रही है कि शरीफ हूँ। फिर ये देखकर मैंने सोचा कि इसे सीधा-सीधा नहीं चोदना, इसे तो बड़ा तरसा कर चोदना है, कुछ ऐसे कि ये खुद मुझे अपनी चूत दे।
फिर जब मैंने उससे कहा कि अब तो में तेरा पता पुलिस वाले को बता रहा हूँ। फिर उसने मेरे पैर पकड़ लिए और रोने लगी। अब उसके सूट से जो कि लो कट था, उसमें से उसके बूब्स साफ़-साफ़ दिख रहे थे, कितने बड़े थे? अब में उसके बूब्स को अपनी ललचाई नज़रों से देखने लगा था। अब उसे भी मेरी भावनाओ का अंदाज़ा हो गया था, लेकिन वो अब सीधी सीधी ये तो कह नहीं सकती थी कि मुझे चोद लो, क्योंकि में पूरी गली में सबसे शरीफ लड़का था। फिर उसने भी शायद ये सोच लिया था कि अब जैसा में कहूँगा, वो वैसा ही करेगी और उसने कहा कि प्लीज़ आप किसी को मत बताना। आप जो कहोंगे में वो करूँगी। अब में समझ तो गया था, लेकिन मुझे इतनी जल्दी नहीं थी, मुझे तो बस उसके खूब मजे लेने थे और में फिर भी उसी पोज़िशन में उसके बूब्स को देखता रहा। फिर मैंने उससे कहा कि चल एक शर्त पर किसी को नहीं बताऊंगा।
देव : अब में जो भी कहूँगा, वो तू करेगी और वो भी हँसते हुए, ना की मजबूरी में और में जो भी पूछूँगा उसका जवाब भी बिना क़िसी हिचकिचाहट के देगी।
रेणु : जी मुझे मंज़ूर है।
देव : ठीक है, यहाँ आओ और मेरे पास सोफे पर बैठो, तो वो सोफे पर बैठ गयी। फिर मैंने उससे पूछा कि तुम उस लड़के के साथ क्या कर रही थी?
रेणु : कुछ नहीं।
देव : देखो मैंने कहा था कि जो पूंछू वो सच-सच बताना, लेकिन तुम झूठ बोल रही हो, ये सोचो कि तुम अपनी सहेली से बातें कर रही हो, ना कि मुझसे।
रेणु : जी वो हम सेक्स कर रहे थे।
देव : यार ये इंग्लिश में नहीं हिन्दी में बताओं, खुलकर बोलो कि क्या कर रहे थे?
रेणु : जी वो हम संभोग कर रहे थे। (वो शर्माकर बोली, लेकिन थोड़ा हंसती हुई क्योंकि वो मेरी इस शरारत को अब थोड़ा-थोड़ा समझ रही थी)
देव : नहीं ऐसे भी नहीं, क्या तुमने अपनी सहेली को बताया है कि तूने कभी सेक्स किया है?
रेणु : जी हाँ बताया था।
देव : तो तुने तब भी ये ही शब्द उपयोग किए थे सेक्स, संभोग आदि।
रेणु : जी नहीं, हम तो इसे कुछ और ही कहते है।
देव : क्या कहते हो? ज़रा मुझे भी तो पता चले कि लड़कियाँ बातें करते हुए क्या-क्या शब्द उपयोग करती है?
रेणु : जी वो सभी शब्द जो आप सब लड़के उपयोग करते हो।
देव : अच्छा, तो तुम्हें पता है की हम क्या शब्द उपयोग करते है? चलो बताओ फिर तो।
रेणु : (शरमाती हुई) जी वो मेरी गांड मार रहा था। (वो शरमाने और मुस्कुराने के चक्कर में शायद चूत को गांड कह बैठी थी)
देव : अच्छा, तो ज़रा खड़ी होना।
फिर वो खड़ी हुई और में मौके का फायदा उठाने लगा। फिर मैंने कहा कि जरा उधर घूमो, अब मेरा चेहरा उसके चूतड़ के बिल्कुल सामने था। फिर मैंने उसके चूतड़ के ऊपर अपना एक हाथ रखकर उसके गोल-गोल चूतड़ हल्के से दबाए और फिर उसकी गांड में उंगली डालते हुए कहा कि तुम गांड भी मरवाती हो क्या? (उसकी गांड बहुत टाईट थी और वो चिल्ला उठी, नहीं)
देव : नहीं क्या? हम तो इसे ही गांड कहते है।
रेणु : अरे वो टेन्शन में मैंने चूत की जगह गांड कह दिया।
देव : अच्छा, चलो अब ये बताओ कि तूने कितनी बार अपनी चूत मरवाई है? (उसे अपने पास बैठाते हुए)
रेणु : जी 8 बार।
देव : 8 बार उसी लड़के ने मारी है या कभी किसी और से भी मरवाई है?
रेणु : जी सबसे पहले मेरे जीजा जी ने मारी थी।
देव : अच्छा, तो जीजाजी ने भी मारी है।
रेणु : जी उन्होंने 5 बार मारी है और उस लड़के ने 3 बार मारी और तीसरी बारी में ही तो पुलिस वाला आया था।
देव : फिर मैंने उसके कंधे पर हाथ रखते हुए पूछा कि अच्छा ये बता कि तुझे किसके साथ ज्यादा मज़ा आया?
रेणु : जी मेरे जीजा जी के साथ।
देव : फिर मैंने उसके बूब्स की तरफ इशारा करते हुए पूछा कि अच्छा इसे क्या कहते है?
रेणु : जी बूब्स।
देव : फिर मैंने उसके बड़े-बड़े बूब्स को दबाते हुए कहा कि में इन्हें दबा लूँ।
रेणु : जी दबा लो।
देव : अच्छा, रेणु ये बताओ कि जीजा जी के साथ ही क्यों ज्यादा मज़ा आया?
रेणु : तो वो शरमाते हुए बोली कि जी बस बड़ा अच्छा लगा था।
देव : फिर झूठ, सच-सच बता कि क्यों अच्छा लगा था?
रेणु : जी उनका वो बड़ा और मोटा है।
देव : क्या वो बड़ा और मोटा है?
रेणु : जी वो जो लड़को के होता है।
देव : क्या होता है? क्या कहते है उसे?
रेणु : जी जी लंड। (शरमाते हुए बोली)
देव : अच्छा, मेरा लंड कैसा है? (फिर में उसका हाथ अपने लंड पर रखते हुए बोला)
रेणु : (तो बड़ी खुशी में बोली) जी आपका तो बहुत बड़ा है।
देव : तेरे जीजा जी से भी बड़ा है क्या?
रेणु : जी उनसे भी बहुत बड़ा और मोटा है।
देव : चल फिर तुझे ये पसंद है, अब बता कि मुझसे चूत मरवाएंगी?
रेणु : जी।
देव : चल फिर इसे हिलाती रह और मुझे तेरे बूब्स का थोड़ा मज़ा लेने दे और फिर मैंने उसके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबाया। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
अब वो मस्त होने लगी थी और ज़ोर-ज़ोर से मेरे लंड को हिलाते हुए बोली कि आपने ये सब पहले क्यों नहीं बताया कि आप भी मुझे चोदना चाहते थे? में तो कब से आपको मेरी चूत देना चाहती थी? लेकिन डरती थी, क्योंकि आप बड़े शरीफ थे। फिर मैंने कहा कि में तो अब भी शरीफ ही हूँ, लेकिन में तुझे थोड़ा तड़पाना चाहता था। ख़ैर फिर मैंने उसे किस करना शुरू किया और वो तो किस करने में महारथी थी। अब उसने मेरा ऊपर वाला होंठ चूसना शुरू कर दिया था और में उसका नीचे का होंठ चूस रहा था। अब वो लगातार ज़ोर-ज़ोर से मेरे लंड को ऊपर नीचे कर रही थी और उसने मेरा लंड इतनी ज़ोर से पकड़ रखा था जैसे में कही भाग जाऊंगा। अब इससे मेरा पानी निकलने को हो गया था, तो मैंने उससे कहा कि इतनी जल्दी में क्यों हो? ज़रा आराम से करो। अब में उसके बूब्स भी ज़ोर-ज़ोर से दबा रहा था।
फिर थोड़ी देर के बाद वो बोली कि अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है, प्लीज मुझे चोद दो। तो मैंने कहा कि अभी तो तेरे कपड़े भी नहीं उतरे और ये कहकर मैंने उसका सूट तो ऊपर से सारा ही फाड़ दिया, तो उसके बड़े-बड़े बूब्स बाहर आ गये। फिर मैंने उसकी सलवार में अपना एक हाथ डाला और उसे भी खोल दिया। अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थी। फिर मैंने उससे कहा कि मेरी एक शर्त है, तो वो बोली कि क्या शर्त है आपकी? तो मैंने कहा कि में तेरी पहले गांड मारूँगा। फिर वो बोली कि आपने अभी उंगली डाली थी, देखा ना कितनी टाईट है? और आपका इतना मोटा और बड़ा है में तो मर ही जाउंगी। तो मैंने कहा कि देख ले या तो मुझे तेरी गांड दे दे या फिर में तेरी चूत भी नहीं मारूँगा। फिर वो बोली कि चलो ठीक है, लेकिन आराम से करना।
फिर मैंने उसे घुमाया, तो वो झुक गयी और मैंने कहा कि नहीं तू सीधी खड़ी रह ऐसे ज्यादा मज़ा आएगा, वो मुझसे हाईट में छोटी थी। अब उसे पता था कि ऐसे उसे बहुत दर्द होगा, क्योंकि जब में झटके के साथ ऊपर होऊँगा, तो वो ऊपर उछलेगी और उसका सारा वजन मेरे लंड पर होगा, जिससे वो और अंदर जाएगा। फिर मैंने वैसा ही किया और पहले तो मैंने अपने लंड को बार-बार उसकी गांड पर टच किया, लेकिन फिर अचानक से एक ही झटके में अंदर डाल दिया। अब वो हवा में थी और जोर से चिल्लाई आआआआआ, तो मैंने फिर से थोड़ा झुककर एक और झटका मारा, तो वो फिर से चिल्लाई आआआअ। फिर क्या था? अब पूरे कमरे में ठप-ठप, ठप-ठप की आवाजें और उसकी चीखे गूंज रही थी। अब वो हर बार हवा में उछल रही थी। फिर कुछ देर तक उसे चोदने के बाद में उसकी गांड में ही झड़ गया और सोफे पर बैठ गया और अब वो थकी हुई सी मेरे ऊपर थी। मेरा लंड अब भी उसकी गांड के अंदर था। फिर थोड़ी देर के बाद वो उठी और साईड में बैठकर बोली कि अब तो इतनी बुरी तरह आपने मेरी गांड भी मार ली, अब तो मेरी चूत मार लो, शायद वो मेरा लंड लेने के लिए तरस गयी थी। फिर मैंने कहा कि अब तुझे इसे चूस-चूसकर फिर से खड़ा करना पड़ेगा, लेकिन उसने मना कर दिया और कहा कि उसके जीजा जी ने भी कई बार उसे चूसने को कहा, लेकिन उसने कभी नहीं चूसा। फिर मैंने कहा कि कभी तेरी किसी ने गांड भी नहीं मारी थी, लेकिन आज मैंने मारी है ना, तो अब अगर तुझे चूत मरवानी है तो इसे चूस, तो उसने मेरा लंड चूसना स्टार्ट किया। अब वो चूत मरवाने के लिए इतनी तड़प रही थी कि वो मेरे लंड को ज़ोर-ज़ोर से ऊपर नीचे करती हुई चूसने लगी। फिर थोड़ी ही देर में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। फिर मैंने उसे टेबल पर लेटाया और उसकी दोनों टांगो को पकड़कर हवा में सीधा करके खोल दिया। अब इससे उसकी चूत सीधे मेरे निशाने पर थी। फिर मैंने उससे कहा कि अपने हाथों से अपनी दोनों टांगो को पकड़ ले और जब तक वो पकड़ती, मैंने अपने लंड को उसकी टाईट चूत में डाल दिया। वो फिर से चिल्लाई आआआआअ और बस में ज़ोर-ज़ोर से उसे चोदता रहा और वो अब तक 3 बार झड़ गयी थी और मेरा झड़ना बाकी था। फिर करीब 10 मिनट के बाद मेरा भी वीर्य निकल गया और जब मैंने उससे पूछा तो उसने बताया कि बहुत मजा आया ।।
धन्यवाद …