Antarvasna-Kamukta

दोस्त की बीवी को सुहागरात में चोदा

हैल्लो दोस्तों, ये कहानी मेरे एक दोस्त विशाल और उसकी नयी दुल्हन प्रिया की है antarvasna Kamukta Hindi Sex Stories जिसमें में हीरो हूँ। ये उस दिन की कहानी है दोस्तों जिस दिन विशाल की पहली सुहागरात थी। हम दोनों बहुत ही अच्छे दोस्त है। मैंने और विशाल ने कई बार एक दूसरे के लंड को पकड़कर एक दूसरे का हस्तमैथुन किया है। हम लोगों ने काफ़ी मजा किया है। अब जब विशाल की शादी होने वाली थी, तो मैंने विशाल से कहा था कि भाभी के साथ पहली सुहागरात में मनाऊँगा, में वादा करता हूँ कि किसी को भी पता नहीं चलेगा, यहाँ तक की प्रिया भाभी को भी पता नहीं चलेगा, तो विशाल तैयार हो गया, लेकिन उसने एक शर्त रखी कि तुम कंडोम का उपयोग करना, तो मैंने उसको वादा कर दिया।

फिर मैंने विशाल से कहा कि भाभी के साथ सुहागरात मनाने का प्लान तुम शादी के कुछ दिन के बाद करना, जिस समय सभी मेहमान चले जाए, तो उसने कहा कि ठीक है शिवम तुम अपनी भाभी के साथ एक बार मज़ा कर लो, लेकिन फिर दुबारा कभी ऐसा सोचना भी मत, तो मैंने जवाब में हाँ कह दिया। दोस्तों शायद आप लोग ये सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है कि में प्रिया के साथ सेक्स करूँ और उसे ही पता नहीं चले? आप लोग प्लीज़ ज़्यादा मत सोचिए और मेरी कहानी को मन लगाकर पढ़िए, आप लोगों को सब कुछ समझ में आ जाएगा। दोस्तों जब वो दिन आया जब विशाल की शादी के 15 दिन बीत चुके थे और घर के सभी मेहमान जा चुके थे। उस दिन किस्मत से विशाल के घरवाले भी घर पर नहीं थे और विशाल के बेडरूम के दो गेट थे दूसरा दरवाजा बाथरूम की तरफ जाता था।

अब विशाल ने मुझसे कहा था कि जब में और प्रिया बाहर जाएगें तो तुम चुपके से बाथरूम में छुप जाना। अब उस रात लगभग 10 बजे थे, तो विशाल ने प्रिया से कहा कि चलो रेस्टोरेंट चलते है, तो प्रिया जाने के लिए तैयार हो गयी और तैयार होने के बाद विशाल ने प्रिया से कहा कि जाओ और गाड़ी में बैठो, में घर को लॉक करके आता हूँ। तो प्रिया जब गाड़ी में जाकर बैठ गयी तो में चुपके से विशाल के पास आया, तो विशाल ने कहा कि जाओ और बाथरूम के पास छुप जाना, लेकिन बाथरूम के अंदर नहीं जाना, तो मैंने वही किया।

अब उस दिन में बहुत खुश था क्योंकि मुझे प्रिया को चोदने का मौका जो मिलने वाला था। खैर वो रेस्टोरेंट विशाल के घर से ज़्यादा दूर नहीं था इसलिए वो दोनों जल्दी से वापस चले आए। फिर विशाल ने घर के सभी रूम और किचन की लाईट ऑफ कर दी और बेडरूम में आ गया। फिर बेडरूम का मैन गेट बंद करने के बाद वो बाथरूम की तरफ आया। अब इधर तब तक प्रिया अपने कपड़े उतारकर ब्लाउज और पेटीकोट में बेड पर लेट गयी थी। फिर विशाल ने मेरे पास आकर कहा कि यहीं पर अपने कपड़े उतारकर नंगे होकर रहना और जब में यहाँ आ जाऊं तो तुम बेडरूम में चले जाना और बस याद रखना कि तुम्हारे मुँह से एक भी आवाज़ नहीं निकलनी चाहिए। फिर मैंने विशाल को विश्वास दिलाया कि प्रिया भाभी को कुछ भी नहीं पता चलेगा। दोस्तों में आप लोगों को एक बात तो बताना भूल ही गया कि मेरी और विशाल की हेल्थ और हाईट बिल्कुल एक जैसी है। फिर विशाल बेडरूम में आया और प्रिया के साथ बेड पर लेट गया और प्रिया के ब्लाउज के ऊपर से प्रिया के बूब्स को धीरे-धीरे दबा रहा था, लेकिन जब भी प्रिया विशाल के लंड की तरफ अपना हाथ बढ़ाती, तो विशाल प्रिया के हाथ को हटा देता था।

फिर प्रिया ने कहा कि प्लीज विशाल तुम अपने कपड़े उतारो ना, तो विशाल ने कहा कि पहले तुम अपने सारे कपड़े उतारो और नंगी हो जाओ। फिर प्रिया ने कहा कि अच्छा तो ये बात है और ये कहकर प्रिया ने अपने बदन के सारे कपड़े उतार दिए और पूरी तरह से बेड पर नंगी लेट गयी। फिर उसने विशाल से कहा कि अब तो अपने कपड़े उतारो विशाल। फिर विशाल बेड से उठ गया और बोला कि प्रिया एक बात ध्यान से सुन लो कि में जब तक तुम्हारे साथ सेक्स का गेम खेलूँगा, तब तक तुम अपने मुँह से एक भी बात मत निकालना और मुझसे बात नहीं करना, क्योंकि ये पहली बार है, इसलिए मुझे शर्म आ रही है, में लाईट ऑफ करने के बाद ही अपने कपड़े उतारूँगा, ओके प्रिया? तो प्रिया ने कहा कि ठीक है विशाल जैसी तुम्हारी मर्ज़ी, तुम्हारे सामने में यहाँ नंगी लेटी हुई हूँ और शर्म तुम्हें आ रही है, कोई बात नहीं जाओ लाईट ऑफ कर दो और जल्दी से अपने कपड़े उतारो। फिर विशाल ने बेड से उठकर लाईट को ऑफ कर दिया और प्रिया से कहा कि में बाथरूम जा रहा हूँ।

अब इधर में अपने लंड पर कंडोम लगाकर नंगा तैयार था। फिर विशाल मेरे पास आया और कहा कि जाओ दोस्त जी भरकर अपनी भाभी को चोद लो, लेकिन याद रखना कि तुम्हारे मुँह से एक भी आवाज़ नहीं निकलनी चाहिए और किसी भी हालत में लाईट ऑन मत करना। फिर मैंने उसकी बात मान ली और फिर में बेडरूम की तरफ आगे बढ़ा। अब प्रिया बिल्कुल नंगी होकर बेड पर सीधी लेटी हुई विशाल का इंतज़ार कर रही थी। फिर में बेड पर बैठ गया और अब पूरे कमरे में अंधेरा था। फिर मैंने देर करना ठीक नहीं समझा और प्रिया के चेहरे को अपने हाथों से पकड़कर उसके होंठो को चूमने लगा। अब वो भी मेरा साथ दे रही थी क्योंकि वो सोच रही थी कि विशाल उसके साथ यह सब कर रहा है। फिर मैंने प्रिया के होंठो को जी भरकर चूसा और चूमा और फिर में उसके बूब्स के पास पहुँच गया। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

अब उसके दोनों बूब्स फूलकर बड़े-बड़े और थोड़े कड़क हो गये थे। फिर में उसके दोनों बूब्स को अपने दोनों हाथों में लेकर दबाने लगा और साथ में चूसने भी लगा था। अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। फिर इसी तरह से मैंने प्रिया की कमर के ऊपर के हर एक बॉडी पार्ट को जी भरकर चूमा और फिर में उसकी चूत की तरफ आगे बढ़ा, उसकी चूत पर बहुत घने बाल थे। फिर में उन बालों को हटाता हुआ सीधा उसकी चूत की तरफ बढ़ा और उसे सहलाने लगा। अब में उसकी चूत में अपनी जीभ डालकर उसे गीला करने लगा था और उसकी चूत में अपना थूक भरने लगा था, ताकि उसकी चूत बहुत गीली हो जाए। मुझे पता था कि प्रिया की ये पहली चुदाई होगी, इसलिए मैंने उसकी चूत को बहुत गीला कर दिया था। अब में बहुत उत्तेजित हो चुका था, इसलिए मेरा लंड बिल्कुल पूरी तरह से मोटा और लंबा हो गया था। अब जब में उसकी चूत से खेल रहा था तो उस समय प्रिया ने मेरे लंड की तरफ अपना हाथ बढ़ाया और मेरे लंड को पकड़ लिया। अब प्रिया बहुत ही गर्म हो गयी थी, इसलिए वो शायद अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पा रही थी। फिर वो उठ गयी और मुझे धक्का देकर बेड पर सोने का इशारा किया, तो में बेड पर लेट गया।

अब वो मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी थी। अब वो तो उसे विशाल का लंड ही समझ रही थी। फिर उसने जब महसूस किया कि लंड पर कंडोम लगा हुआ है तो उसने चूसना बंद कर दिया। फिर वो उठकर मेरी दोनों जाँघो के बीच में बैठ गयी और मेरे लंड को अपनी चूत से रगड़ने लगी। अब कुछ देर के बाद वो धीरे-धीरे अपनी चूत के अंदर मेरे लंड को लेने लगी थी। अब वो बहुत ही ज़्यादा उत्तेजित थी इसलिए उसने मेरे लंड के टोपे को अपनी चूत के मुँह पर सटाया और थोड़ी सी अपनी कमर उठाई और ज़ोर से बैठ गयी, जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चूत में अंदर चला गया। अब उसे शायद दर्द होने लगा था इसलिए वो थोड़ी देर तक बैठी रही और फिर उसने अपनी चुदाई खुद शुरू कर दी। अब माहौल तो ऐसा था कि मानो में लड़की हूँ और वो लड़का है, जो मुझे चोद रहा हो। फिर प्रिया बहुत तेज़-तेज रफ़्तार से अपनी कमर को ऊपर नीचे करने लगी और जब वो थोड़ी देर के बाद झड़ गयी तो बेड पर मेरे बगल में लेट गयी।

फिर में उठा और दुबारा से अपने लंड को प्रिया की चूत में पूरी तरह से डाल दिया। फिर मैंने उसे चोदना स्टार्ट किया और फिर मैंने उसे सचमुच जी भरकर चोदा। अब वो पूरी तरह से संतुष्ट हो चुकी थी और बोल रही थी कि विशाल प्लीज अब मुझे छोड़ दो, चोदना बंद करो, अब कल चोदना, लेकिन में संतुष्ट नहीं हुआ था, इसलिए में उसकी कोई बात को सुने बिना ही उसे तेज़ रफ़्तार से चोद रहा था। फिर मैंने लगभग 20 मिनट तक उसे चोदा और अपना वीर्य छोड़ दिया। अब मेरा वीर्य कंडोम के अंदर था।

फिर में उठा और वापस बाथरूम की तरफ गया तो मैंने वहाँ जाकर विशाल को देखा तो विशाल वहाँ पर बैठा हुआ था और अपने लंड को सहला रहा था। फिर मुझे देखकर वो उठा और बेडरूम में नंगा ही पहुँच गया। अब इधर मैंने अपना कंडोम निकाले बिना ही अपने कपड़े पहन लिए। फिर जब विशाल ने बेडरूम में जाकर लाईट ऑन की तो देखा कि बेड पर प्रिया की चूत से निकला हुआ रस पड़ा था। अब प्रिया विशाल को देखकर मुस्कुरा रही थी और विशाल प्रिया को देखकर मुस्कुरा रहा था। फिर विशाल ने वापस से लाईट ऑफ की और प्रिया के साथ सो गया। फिर सुबह लगभग 4 बजे विशाल उठा और प्रिया को उठाए बिना ही उसे चोदना स्टार्ट कर दिया, तो इससे प्रिया की नींद खुली, लेकिन वो भी मज़े से चुदवा रही थी।

फिर जब वो दोनों संतुष्ट हो गये तो वो दोनों फिर से थोड़ी देर के लिए सो गये। फिर विशाल लगभग सुबह 6 बजे उठा तो तब प्रिया गहरी नींद में सो रही थी। फिर विशाल ने गेट खोला और मुझे जाने को कहा तो में वहाँ से निकलकर अपने घर आ गया ।।

धन्यवाद …