Antarvasna-Kamukta

दीदी के दूध का टेस्ट

हैल्लो दोस्तों, मेरा Antarvasna नाम राजेश है और में हैदराबाद का रहने वाला हूँ। में फिर से एक नयी स्टोरी आपके सामने लेकर आया हूँ। दोस्तों में हैदराबाद में मेरे एक दोस्त की बहन के घर में रहकर पढाई कर रहा हूँ। में मेरे दोस्त की बहन को दीदी कहकर बुलाता हूँ, दीदी बहुत सुंदर है, थोड़ी मोटी रहने से उसके बूब्स बहुत बड़े-बड़े है। मैंने उसका साईज़ उसकी ब्रा पर देखा था, जब उसकी ब्रा बाथरूम में थी। में उसकी ब्रा को लेकर कई बार मेरे लंड से लगाकर मुठ मारता था और मेरा वीर्य उसकी ब्रा में छोड़ देता था। उसका साईज 36 है मगर मुझे तो लगता है कि उसका साईज 40-42 होगा।

फिर एक दिन जीजाजी कैम्प पर चले गये, तो में उसके घर का रखवाला और उसकी बीवी के बूब्स को देखने वाला बना। दीदी की छोटी बच्ची थी, वो अभी दूध पीने वाली थी। फिर एक रात को बच्ची रोने लगी, उस वक़्त में भी दीदी के बेडरूम में ही सो गया था। फिर उस वक़्त तो दीदी ने मेरे ही सामने उसकी नाइटी की चैन खोलकर उसके हाथ को उसकी नाइटी के अंदर डालकर अपने बूब्स को बाहर निकालकर निप्पल को बच्ची के मुँह में रख दिया, तो बच्ची चुपचाप पीती रही। फिर तभी दीदी ने मुझे देख लिया और पूछा कि तुम क्या देख रहे हो? तो मैंने कहा कि कुछ नहीं दीदी, बच्ची को शायद तुम्हारा दूध अच्छा लगता है इसलिए रोना बंद कर दिया, तो मेरी बात सुनते ही दीदी मुझे देखकर मुस्कुराने लगी। फिर मैंने दीदी से कहा कि इस दूध का टेस्ट कैसा रहता है दीदी? तो उसने मेरी तरफ सीरीयस से देखकर कहा कि क्यों? तो मैंने कहा कि शायद मीठा होगा ना दीदी इसलिए बच्ची को मज़ा आया होगा।

फिर उसने कहा कि इस दूध का टेस्ट ही अलग रहता है, जो सोच भी नहीं सकते है कहकर जवाब दिया। फिर मैंने कहा कि हम लड़के भी दूध देते है, शायद दीदी आपको नहीं मालूम है। तो उसने मुझसे पूछा कि यह कैसी बात है? लड़कों को दूध कैसे आता है? और कहाँ आता है? तो मैंने कहा कि अगर तुम देखना चाहती हो तो में अभी बाथरूम जाकर मेरा दूध निकालकर लाऊं क्या? तो उसने कहा कि नहीं तुम्हें मेरे ही सामने तुम्हारा दूध निकालना होगा, में देखना चाहती हूँ कि तुम दूध कैसे निकालोंगे? तो मैंने ओके कहा और फिर मैंने मेरी नाईट पेंट की चैन को खोला और मेरा एक हाथ अंदर रखकर मेरा लंड बाहर निकाला, तो उस वक़्त मेरा लंड नॉर्मल पोज़िशन में था। फिर में दीदी के बूब्स की तरफ देखते हुए मेरे लंड को हिलाता रहा और उनकी बच्ची दीदी का निप्पल छोड़कर सो गई। फिर मुझे दीदी का निप्पल साफ़-साफ़ दिखने लगा, तो मेरा लंड और भी कड़क हो गया और एकदम 90 डिग्री एंगल में उठकर खड़ा हो गया। फिर मैंने दीदी के निप्पल को देखते हुए मेरे हाथ से मुठ मारा तो थोड़ी देर के बाद मेरा वीर्य बाहर निकलकर बेड पर गिर गया।

फिर मैंने दीदी से कहा कि देखो दीदी मेरा वीर्य, एकदम दूध जैसा है, सफ़ेद कलर में, तो दीदी मेरी तरफ हैरानी से देखती रह गई। फिर मैंने पूछा कि क्या देख रही हो दीदी? तो उसने कहा कि तो तुम इसको दूध कहते हो और नहीं-नहीं कहा, तो मैंने कहा कि हाँ दीदी प्लीज़ बोलो ना मेरा दूध कैसा है? और मेरा लंड तुम्हें कैसा लगा? तो उसने कहा कि तुम्हारे लंड में बहुत शक्ति है, तेरी बीवी बहुत लकी होगी। तो मैंने दीदी से पूछा कि दीदी क्या में तुम्हारा थोड़ा सा दूध पी सकता हूँ? तो उसने कहा कि क्यों? तो मैंने कहा कि बस टेस्ट के लिए, में देखना चाहता हूँ कि इस दूध का टेस्ट कैसा होता है? तो उसने कहा कि ओके मगर यह बात क़िसी को भी मत बोलना कि मैंने तुम्हें दूध पिलाया है। फिर मैंने कहा प्रॉमिस नहीं बोलूँगा। फिर उसने मुझे अपने करीब बैठने को बोला और उसकी बच्ची को साईड में सुलाकर मेरे करीब बैठी और उसके दूसरे बूब्स को बाहर निकाला और अपने निप्पल को दिखाकर बोली कि ले पी ले, कितना पीना है? पी ले। फिर में दीदी के निप्पल को अपने मुँह में रखकर बहुत जोर-जोर से चूसने लगा, वाउ क्या टेस्ट था उसके दूध का? अब में तो उसके निप्पल को कतरने लगा था। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर उसने मेरे लंड को दबा दिया और कहा कि बच्चे थोड़ी स्पीड कम करो, वरना तुम्हारे लंड को मसल दूंगी। फिर मैंने कहा कि तुम मेरे लंड से खेलो, में तुम्हारे निप्पल से खेलूँगा। तो वो मेरे लंड को अपने मुँह में रखकर चूसने लगी और मैंने दीदी के दोनों बूब्स का दूध पीकर खाली कर दिया। फिर मैंने दीदी से पूछा कि तुम्हारा दूध ख़त्म हो गया और अगर रात को बच्ची उठकर रोने लगी, तो क्या करोगी? तो दीदी ने कहा कि तुमने ही मेरा सारा दूध पी लिया है, अब तुम ही इसका हल निकालो। फिर मैंने कहा कि अगर तुम कहो तो में मेरा दूध (वीर्य) तुम्हारे अंदर छोड़ दूँगा। फिर उसने कहा कि क्या तुम मुझे चोदना चाहते हो? तो मैंने कहा कि हाँ में तुमको चोदना चाहता हूँ और मेरा दूध तुम्हारी चूत में डालना चाहता हूँ। तो उसने कहा कि नहीं ऐसा मत करो, क्योंकि अभी मेरा ऑपरेशन नहीं हुआ है अगर में फिर से प्रेंग्नेट हुई तो मेरे पति को शक हो जाएगा और अभी हमारे पास कंडोम भी नहीं है।

फिर मैंने कहा कि तो चलो में तुम्हारी गांड मारता हूँ। तो उसने कहा कि लेकिन थोड़ा धीरे से मारना क्योंकि मुझे पीछे से सेक्स करने से बहुत दर्द होता है। फिर मैंने कहा कि नो प्रोब्लम में तेल लगाकर तेरी गांड मारूँगा, तो वो मान गई। फिर मैंने दीदी की गांड में अपनी एक उंगली रखकर तेल लगाया और मेरे लंड पर भी थोड़ा तेल लगाकर दीदी की गांड पर अपना लंड रखा और थोड़ा जोर से एक धक्का दिया, तो दीदी की चीख निकल गई और बोली कि प्लीज़ थोड़ा धीरे से गांड मारो, मुझे दर्द होता है। फिर में मेरी स्पीड धीरे करके धीरे-धीरे अपनी स्पीड बढ़ाता रहा, क्योंकि अब वो मेरे धक्को का मज़ा ले रही थी और में उसके दोनों बूब्स को मेरे हाथों से दबाता रहा। फिर 20 मिनट के बाद मैंने मेरा दूध (वीर्य) उसकी गांड में ही छोड़ दिया और फिर हम दोनों एक साथ बेड पर गिर गये। फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उसकी गांड में से मेरा लंड बाहर निकाला, तो मेरा लंड लाल कलर का हो गया था।

फिर मैंने मेरे लंड को दीदी के होंठो पर रखकर मेरा दूध (वीर्य) लगाया और फिर में उसकी गर्दन पर अपना एक हाथ रखकर और अपना दूसरा हाथ उसकी कमर पर रखकर उसको अपने करीब लेकर उसके होंठो को चूमने लगा। फिर अगले दिन से हमने कंडोम से सेक्स करना स्टार्ट किया और फिर हम दोनों ने खूब इन्जॉय किया ।।

धन्यवाद …