हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज है और में बेंगलोर में रहता हूँ antarvasna Kamukta में 26 साल का हूँ और मेरे लंड की साईज़ 8 इंच है और में आज जो आपको कहानी सुनाने जा रहा हूँ, वो मेरे दोस्त की भाभी की है। ये आज से करीब 2 साल पहले की बात है। में बेंगलूर शहर में फार्मेसी कर रहा था तो तब में अपने दोस्त अमित के घर किराए पर रहता था और उसके घर पर ही खाना ख़ाता था। उसका घर बहुत बड़ा था, जिसमें उसकी भाभी उम्र करीब 30 साल और उसके पापा और वो तीन लोग रहते थे। अमित की भाभी बहुत ही खूबसूरत थी, उसके बूब्स बड़े-बड़े और एकदम गोल-गोल थे, वो हमेश अपनी साड़ी नाभि के नीचे ही पहनती थी, जिससे मुझे उसकी गहरी-गहरी नाभि दिखाई देती थी। में तो उसके रूप को देखता ही रहता था, में उसको देखने का मौका ढूंढता रहता था, में उसको भाभी कहकर ही बुलाता था।
फिर एक दिन अमित और उसके भैया दोनों बाहर गये हुए थे, में दोपहर को खाने के 2 घंटे पहले ही पहुँच गया था। अब भाभी अभी सब्जी बना रही थी और उसने स्लिव लेस ब्लाउज पहन रखा था, जिसमें से उसके दो बूब्स के बीच की गली साफ़-साफ़ दिख रही थी। अब मेरा लंड तो उसको देखकर ही खड़ा हो गया था। फिर हम दोनों बातें करने लगे, लेकिन में बातें करते हुए कभी-कभी उसके बूब्स को भी देख लेता था और सोच रहा था कि कैसे भाभी की चुदाई की जाए? फिर भाभी ने कहा कि खाने में अभी बहुत वक़्त लगेगा, तब तक में तुम्हारे लिए जूस बना देती हूँ और फिर उसने जूस बनाकर मुझे दिया तो तभी मेरे दिमाग़ में एक आइडिया आया और मैंने जूस अपनी पेंट और शर्ट पर गिरा दिया तो भाभी तुरंत खड़ी हुई और मुझे टावल देते हुए कहा कि जल्दी से बाथरूम में जाकर कपड़े निकाल दो। फिर में बाथरूम में चला गया और सिर्फ टावल पहनकर बाहर आ गया।
अब भाभी तो मेरी बॉडी को देखती ही रह गयी थी। फिर में एक कुर्सी पर बैठ गया और अब टावल छोटा होने से उसमें से मेरा 8 इंच का लंड साफ साफ़ दिख रहा था। अब भाभी दूर से ही सब्जी बनाते हुए कभी-कभी मेरे लंड को देख लेती थी तो में समझ गया कि अब भाभी को भी मज़ा आ रहा है। फिर वो खड़ी हुई और गिरे हुए जूस पर पोचा लगाने लगी। अब में जानबूझ कर अपना ध्यान टी.वी. पर लगा रहा था और भाभी मेरे लंड को देख रही थी। फिर मैंने भाभी से कहा कि आप क्या देख रही है? तो वो शर्मा गयी। फिर में खड़ा हुआ और भाभी को अपनी बाँहों में भर लिया और ज़ोर से उसके होंठो को अपने मुँह में ले लिया और उसके बूब्स को दबाने लगा। अब भाभी के मुँह से अहह अहह उहह की आवाजे निकल रही थी। फिर भाभी ने मेरा टावल निकाल दिया और मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी और फिर मैंने भी उनके सारे कपड़े उतारकर उनको पूरा नंगा कर दिया। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
फिर मैंने वहाँ पड़े हुए केले को लिया और उसकी चूत पर रगड़ने लगा। अब वो पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी और फिर बोली कि उहह अहह बहुत मज़ा आ रहा है। फिर उसने एक टमाटर लिया और अपने बूब्स पर फोड़ दिया, तो में उसके बूब्स पर से रस चाटने लगा। अब में उसके पूरे बूब्स को चाट रहा था और फिर मैंने उसकी निप्पल को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगा, तो भाभी ने फिर से एक टमाटर अपनी नाभि पर फोड़ा और में उसकी नाभि में से रस चूसने लगा। अब उसके पूरे पेट पर रस फैल गया था, अब में उसके पूरे पेट को चाट रहा था। फिर उसने मेरे लंड पर एक टमाटर फोड़ा और वो मेरे लंड पर से रस चाटने लगी। अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। में पहली बार किसी के साथ ऐसी चुदाई कर रहा था। फिर पहले उसने बाहर से मेरे पूरे लंड को नीचे से ऊपर तक चाटा और फिर मेरे लंड का सुपाड़ा अपने मुँह में लेकर चाटने लगी।
फिर भाभी ने अपनी चूत पर एक टमाटर फोड़ा तो में उनकी चूत पर से रस को चाटने लगा। अब वो अपने मुँह से आवाजे निकाल रही थी आहह बहुत अच्छा लग रहा है और चूसो। अब तो मुझे भी जोश चढ़ गया था और में उसकी पूरी चूत को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा था। अब उससे भी रहा नहीं जा रहा था तो उसने कहा कि डाल दो अपना लंड तो मैंने अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया और अंदर बाहर करने लगा। फिर थोड़ी देर के बाद वो मेरे ऊपर चढ़ गयी और ज़ोर-ज़ोर से धक्के देने लगी। शायद आधे घंटे तक ऐसा चला और फिर वो झड़ गयी और मुझे कसकर पकड़ लिया। अब वो मुझे हिलने भी नहीं दे रही थी और फिर उसने मेरा लंड बाहर निकाला और मुठ मारने लगी। फिर थोड़ी देर के बाद मैंने अपना पूरा सफेद पानी उसके मुँह के ऊपर ही छोड़ दिया और वो मेरा लंड अपने मुँह में लेकर उसे पीने लगी। फिर उसके बाद मुझे जब भी कोई मौका मिला तो मैंने भाभी की खूब चुदाई की और खूब मजे लिए ।।
धन्यवाद …