Antarvasna-Kamukta

कमजोर दोस्त की सेक्सी वाईफ

हैल्लो दोस्तों, ये कहानी सच्ची कहानी है। मेरा एक दोस्त है, उसका नाम राकेश है और वो दिखने में ठीक ठाक है, लेकिन सेक्स में कमज़ोर है, ये उसकी बीवी ने बताया था। फिर एक दिन मेरा दोस्त बीमार पड़ा, तो में और उसकी बीवी उसे हॉस्पिटल ले गये, तो वहाँ उसे भर्ती कर दिया। अब रात को दोस्त के बेड के बाजू में उसकी बीवी और में पास में टेबल पर सो रहा था। तो रात को मैंने धीरे से मेरे दोस्त की बीवी के पैर पर अपना हाथ रख दिया और धीरे-धीरे सहलाने लगा। तो वो कुछ नहीं बोली और में समझ गया कि उसे मज़ा आ रहा है। फिर मैंने धीरे-धीरे अपना हाथ आगे बढ़ाया और उसकी चूत पर रख दिया, उसने साड़ी पहन रखी थी। फिर मैंने अपने हाथ को साड़ी और पेटीकोट के अंदर से डालकर उसकी पेंटी पर रखा और ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा, अब वो गर्म हो गयी थी।

फिर मैंने उसकी पेंटी के अंदर से एक उंगली उसकी चूत में घुसा दी, तो उसने अपनी दोनों टाँगे कसकर दबा ली, तो मेरी उंगली उसकी चूत में ही फंस गयी। फिर मैंने धीरे-धीरे उसकी दोनों टांगो को फैलाया और फिर से उसकी चूत में अपनी उंगली अंदर बाहर करने लगा और 10-15 मिनट तक यही चलता रहा। अब मेरा दोस्त दवाई की वजह से गहरी नींद में सोया हुआ था। फिर थोड़ी देर के बाद वो मेरा हाथ पकड़कर अपनी चूत में अंदर बाहर करने लगी थी। दोस्तों ये हॉस्पिटल का प्राइवेट रूम था और अटैच बाथरूम भी था, तो मैंने उसे बाथरूम में चलने का इशारा किया, तो वो उठकर बाथरूम में चली गयी। फिर में भी उठकर उसके पीछे-पीछे बाथरूम में आ गया और अंदर आकर मैंने दरवाज़ा बंद कर दिया और उसको पीछे से ज़ोर से पकड़कर उसके बूब्स ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा। उसके बूब्स बहुत कठोर थे और अब उसने अपनी आँखे बंद कर दी थी। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर में उसके बूब्स को उसके ब्लाउज के ऊपर से ही दबाने लगा और थोड़ी देर के बाद अपने एक हाथ से उसकी साड़ी ऊपर उठाकर उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी और अपनी उंगली से उसकी चुदाई करने लगा। फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उसके सारे कपड़े निकालकर उसको बिल्कुल नंगी कर दिया। अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी। फिर मैंने अपनी पेंट की चैन खोलकर अपना लंड बाहर निकाला, तो वो मेरा लंड देखकर पागल हो गयी और अपने एक हाथ से जोर से मेरे लंड को पकड़ लिया और अपने कोमल हाथों से मेरे लंड को सहलाने लगी और बाद में नीचे बैठ गयी और मेरे लंड को चूमने लगी। अब वो अपनी ज़ुबान से मेरे लंड को चाट रही थी और धीरे-धीरे उसने मेरे लंड अपने मुँह में लेना शुरू कर दिया था। मेरा लंड बहुत टाईट और बड़ा था। अब मेरा लंड उसके मुँह में पूरा नहीं आ रहा था, तो मैंने उसके बाल पकड़कर एक जोर का धक्का लगाया, तो मेरा आधा लंड उसके मुँह में चला गया।

अब उसकी आँखों से पानी निकल आया था। फिर वो धीरे-धीरे ज्यादा से ज्यादा मेरा लंड अपने मुँह में रखकर चूसने लगी। फिर 15-20 मिनट के बाद खूब लंड चुसवाने के बाद मैंने उसे घोड़ी बनने के लिए कहा, तो वो अपनी दोनों टांगे मोड़कर घोड़ी बन गयी। अब में भी अपने घुटनों के बल बैठ गया था और पीछे से अपना लंड उसकी चूत पर लगाया और अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स पकड़कर एक ज़ोर का शॉट लगाया, तो उसके मुँह से चीख निकल गयी। तो में अपना लंड उसकी चूत में ऐसे ही डालकर उसके बूब्स दबाता रहा। फिर जब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ, तो में धीरे-धीरे अपना लंड अंदर बाहर करने लगा। फिर वो धीरे से बोली कि आज मेरी सारी प्यास बुझा दो, तो मैंने कहा कि आज तो तुझे ऐसे चोदूंगा कि सारी उम्र तू मेरा लंड याद रखेगी। अब उसे मेरे कड़क लंड का बहुत मज़ा आ रहा था और अब में उसे चोदे जा रहा था।

अब वो गालियाँ देने लगी थी, अपने पति यानी मेरे दोस्त के लंड में दम नहीं है, उसने कहा कि तुम मुझे मेरे पति के सामने चोदो, कम से कम चुदाई कैसे करते है? ये तो उसे पता चल जायेगा इस तरह से बोले जा रही थी। अब में उसे चोदे जा रहा था और वो बड़बडा रही थी, सही में दोस्तों उसकी चूत का मज़ा मेरे लंड को जो आया ना वो किसी में नहीं था। फिर 35 मिनट तक उसकी चूत का भर्ता बनाने के बाद मैंने अपना सारा पानी उसकी चूत में ही डाल दिया और अपने लंड को बाहर निकालकर उसके मुँह में दे दिया। अब मेरा और उसका जो पानी मेरे लंड पर चिपका हुआ था, वो उसे आइसक्रीम की तरह चाटने लगी थी। फिर उस रात मैंने उसे 3 बार अलग- अलग तरीके से चोदा और फिर घर आने के बाद भी मैंने उसे चोदा और आज तक भी उसे चोद रहा हूँ ।।

धन्यवाद …